“खेलता रह, बदलने की ज़रूरत नहीं” — सौरव गांगुली का वैभव को खुला समर्थन
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कोलकाता, 5 मई 2025 — कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान पर रविवार को एक असाधारण दृश्य देखने को मिला। मैच खत्म होने के बाद, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सौरव गांगुली न सिर्फ राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन और कोच राहुल द्रविड़ से मिले, बल्कि IPL 2025 के सबसे युवा सुपरस्टार वैभव सूर्यवंशी को खासतौर पर हौसला देने पहुंचे।
14 वर्षीय वैभव, जो कुछ दिन पहले ही 35 गेंदों में T20 क्रिकेट का दूसरा सबसे तेज़ शतक जड़ कर रातों-रात सुर्खियों में आए थे, बीते दो मुकाबलों में फॉर्म से जूझते दिखे। गुजरात टाइटन्स के खिलाफ सेंचुरी के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सिर्फ़ 4 रन पर आउट होने से कुछ सवाल खड़े होने लगे थे। लेकिन इन सवालों के बीच दादा यानी गांगुली का समर्थन एक सशक्त संदेश दे गया।
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🏏 गांगुली का वैभव से मिलना: सिर्फ़ एक सलाह नहीं, एक भरोसा
सौरव गांगुली, जो खुद भी बाएं हाथ के बल्लेबाज़ रहे हैं, ने वैभव के बल्ले को देखकर मुस्कुराते हुए कहा कि, “बल्ला थोड़ा भारी है, लेकिन खेलने का अंदाज़ शानदार है। खेलते रहो, जैसे खेलते हो वैसा ही खेलो। कोई ज़रूरत नहीं है कुछ बदलने की।”
गांगुली के इन शब्दों ने न सिर्फ वैभव को बल दिया, बल्कि ये भी साफ कर दिया कि क्रिकेट की दुनिया इस युवा को एक लंबे करियर के रूप में देख रही है।
गांगुली के साथ यह छोटी-सी मुलाकात राजस्थान रॉयल्स की सोशल मीडिया पर साझा की गई थी, लेकिन कुछ घंटों बाद वह पोस्ट डिलीट कर दी गई, जिससे चर्चाएं और भी तेज़ हो गईं।
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💔 राजस्थान की एक और करीबी हार: उम्मीदें टूटीं, जज़्बा नहीं
207 रन का पीछा करते हुए राजस्थान रॉयल्स की शुरुआत बेहद खराब रही। 71 रन पर 5 विकेट गिर चुके थे जब रियान पराग मैदान पर आए। उन्होंने आते ही इतिहास रच दिया — IPL के इतिहास में पहली बार किसी बल्लेबाज़ ने लगातार छह गेंदों पर छक्के लगाए।
पराग ने 45 गेंदों पर 95 रन ठोकते हुए टीम को जीत की दहलीज़ तक पहुँचा दिया। लेकिन अंत में जीत एक रन से फिसल गई।
इस हार के साथ राजस्थान की प्लेऑफ की उम्मीदें भी समाप्त हो गईं। टीम फिलहाल अंक तालिका में आठवें स्थान पर है।
🌟 वैभव सूर्यवंशी: एक सेंचुरी से बदली दुनिया
वैभव सूर्यवंशी की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती। कुछ ही दिन पहले जयपुर में उन्होंने 35 गेंदों पर शतक जड़कर इतिहास रच दिया। यह IPL में किसी भारतीय बल्लेबाज़ का सबसे तेज़ शतक है, और T20 इतिहास में दूसरा सबसे तेज़।
उनकी उम्र मात्र 14 साल है, लेकिन हिम्मत, टेम्परामेंट और टेक्निक में वे किसी अनुभवी खिलाड़ी से कम नहीं दिखे। लेकिन क्रिकेट में हर दिन एक जैसा नहीं होता — और यही सिखाया सौरव गांगुली ने।
🎙️ कोच द्रविड़ और कप्तान संजू का समर्थन भी साथ
गांगुली की मुलाकात से पहले ही कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान संजू सैमसन वैभव को लगातार बैक कर रहे हैं। “हमने जो टैलेंट उसमें देखा है, वो असाधारण है। दो मैच खराब हो सकते हैं, लेकिन हम उसे लंबे समय तक साथ लेकर चलेंगे,” संजू ने कहा।
📸 फैन रिएक्शन: ‘दादा का हाथ सिर पर है तो डर कैसा!’
सोशल मीडिया पर गांगुली की इस मुलाकात की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। फैंस कह रहे हैं कि “अब कोई चिंता नहीं, दादा का आशीर्वाद मिल गया है”, वहीं कुछ यूज़र्स कह रहे हैं — “यह IPL नहीं, एक नई लीजेंड की शुरुआत है।”
‘फॉर्म आता-जाता है, क्लास स्थायी होती है’
वैभव सूर्यवंशी की शुरुआती सफलता और फिर दो मैचों में फ्लॉप शो, क्रिकेट की वही पुरानी सच्चाई बताता है — यह एक लंबा खेल है, और यहां जज़्बा ही असली ताकत है। जब सौरव गांगुली जैसा लीजेंड कहे कि “कोई ज़रूरत नहीं खेल बदलने की”, तो समझिए कि अगला सुपरस्टार बनने की नींव मज़बूत हो चुकी है।
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