पुरानी चोट जब बरसों पहले ठीक हो जाती थी तो हम सोचते थे की अब तो सब सही है पर जैसे ही पुरवैया हवा चलती है या मौसम अचानक ठंडा होता है तो वही पुराना दर्द फिर से उभरने लगता है और कई लोगों को ऐसा घुटनों व कमर या कंधे में महसूस होता है पर क्या कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है? आइऐ जानते हैं
पुरवाई का मौसम और शरीर के जोड़ों का रिश्ता
जब उत्तर या पूर्व दिशा से चलने वाली ठंडी हवा यानी पुरवैया शरीर से टकराती है तो muscles और nerves पर सीधा असर डालती है क्योकी ठंडी हवा से शरीर की surface पर blood flow धीमा हो जाता है जिसकी वजह से जोड़ों के पास की nerves पहले से कम active हो जाती हैं और वहां जो पुरानी चोट है वो फिर से sensitivity दिखाने लगती है.
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low pressure हवा व दर्द का connection
हवा जब हल्की होती है यानी low pressure वाली तो शरीर में tissues थोड़े सूज जाते हैं और पुरानी चोट वाली जगह पहले से कमजोर होती है और उस पर extra दबाव पड़ने से दर्द बढ़ने लगता है इसलिए पुरवैया के साथ-साथ humidity या मौसम का दबाव भी role निभाता है.
इस दर्द को control कैसे करें
अगर आप हर बार ठंडी हवा में पुराने दर्द से परेशान हो जाते हैं तो नीचे दिए गए आसान उपाय बहुत काम के सावित हो सकते हैं
- हल्की गरम पट्टी (hot water bag) चोट वाली जगह पर रखें
- Pain relief oil से मालिश करें जैसे नारीशक्ति, जॉइंट गार्ड या सरसों तेल
- ठंडी हवा से बचने के लिए cotton या woolen कपड़े उस जगह पर लपेट लें
- Calcium और Vitamin D की जांच करवा लें
- हल्की stretching और morning walk चालू रखें
आयुर्वेद और देसी उपाय
पुरानी चोट में अगर बार-बार दर्द होता है तो कुछ देसी नुस्खे बहुत काम आते हैं जैसे की
- मेथी के दाने भूनकर पीस लें और गर्म पानी के साथ लें
- लहसुन को सरसों तेल में तलकर उस तेल से मालिश करें
- हल्दी, सोंठ और गुड़ का काढ़ा रात में सोने से पहले पिएं
और अगर दर्द बहुत तेज हो या सूजन के साथ आ रहा हो तो self-treatment न करें खासकर अगर आपको diabetes, BP या कोई और chronic illness है तो orthopedic या pain specialist को दिखाना बेहतर और जरूरी होगा.