UP Vidhan Sabha Session Live यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार काफी हलचल भरा नजर आ रहा है। UP Vidhan Sabha Session Live के दौरान माहौल
यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र की शुरुआत
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार काफी हलचल भरा नजर आ रहा है। UP Vidhan Sabha Session Live के दौरान सोमवार को सदन में माहौल उस वक्त गरमा गया जब कोडिन युक्त कफ सिरप का मुद्दा उठा। 19 दिसंबर से शुरू हुए इस सत्र के पहले दिन घोसी से दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई थी। इसके बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। सोमवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी, विपक्ष और सरकार के बीच सीधा टकराव देखने को मिला।
कोडिन कफ सिरप पर विपक्ष का हंगामा
UP Vidhan Sabha Session Live के दौरान समाजवादी पार्टी ने कोडिन कफ सिरप को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। विपक्ष का कहना था कि प्रदेश में इस कफ सिरप के दुरुपयोग से मौतें हुई हैं और सरकार सच्चाई छिपा रही है। विपक्षी विधायकों ने चर्चा कराने की मांग की और जोरदार नारेबाजी की। इसी मुद्दे पर बाद में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट भी किया।
सीएम योगी का साफ बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में खड़े होकर सरकार का पक्ष मजबूती से रखा। UP Vidhan Sabha Session Live के दौरान उन्होंने साफ कहा कि उत्तर प्रदेश में कोडिन कफ सिरप से एक भी मौत नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार के पास ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है जो मौत की पुष्टि करता हो। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला एनडीपीएस एक्ट के तहत आता है और उत्तर प्रदेश सरकार ने इस केस को कोर्ट में लड़ा है और जीता है।
कार्रवाई पर सरकार का सख्त रुख
सीएम योगी ने विपक्ष को चेताते हुए कहा कि कार्रवाई जरूर होगी और वह बिना किसी दबाव के की जाएगी। UP Vidhan Sabha Session Live में उनका यह बयान काफी चर्चा में रहा जब उन्होंने कहा कि इंतजार कीजिए, बुलडोजर की भी तैयारी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार जनता जनार्दन के भरोसे पर काम करती है और किसी से पूछकर कार्रवाई नहीं करेगी।
सपा नेताओं पर सीधा हमला
कोडिन कफ सिरप मामले में मुख्यमंत्री योगी ने सपा पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल के कारोबारी संबंध सपा नेता अमित यादव से हैं। UP Vidhan Sabha Session Live के दौरान सीएम ने विधानसभा में तस्वीरें भी दिखाईं और कहा कि ऐसे मामलों में किसी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो।
वंदे मातरम के 150 साल पर चर्चा
सदन में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर भी चर्चा हुई। इस चर्चा की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी ने की। UP Vidhan Sabha Session Live में उन्होंने कहा कि वंदे मातरम ने आजादी की लड़ाई में बड़ी भूमिका निभाई है और उत्तर प्रदेश का इससे गहरा नाता रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
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शिवपाल यादव की आपत्ति
वंदे मातरम पर चर्चा के दौरान सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम किसी एक धर्म या दल का नहीं बल्कि पूरे देश की आत्मा का गीत है। उनका आरोप था कि इस चर्चा के जरिए सरकार प्रदेश में खाद की किल्लत जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। UP Vidhan Sabha Session Live में इस बयान के बाद सदन में बहस और तेज हो गई।
स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का जवाब
प्रश्नकाल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर जानकारी दी। UP Vidhan Sabha Session Live में उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब 248 अस्पतालों में कैंसर के इलाज की सुविधा उपलब्ध है। इसमें सरकारी और निजी दोनों क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक लाख से अधिक मरीजों को इलाज का लाभ मिल चुका है और आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को मुफ्त इलाज दिया जा रहा है।
उद्योग और निवेश पर फोकस
सत्र के दौरान औद्योगिक विकास को लेकर भी चर्चा हुई। सरकार ने संकेत दिए कि नए उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अनुपूरक बजट में अतिरिक्त प्रावधान किए जा सकते हैं। UP Vidhan Sabha Session Live में बताया गया कि आने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को देखते हुए सरकार निवेश बढ़ाने की दिशा में गंभीर है।
कुल मिलाकर सत्र का माहौल
कुल मिलाकर UP Vidhan Sabha Session Live इस बार सिर्फ औपचारिक कार्यवाही तक सीमित नहीं रहा। कोडिन कफ सिरप, वंदे मातरम, स्वास्थ्य सुविधाएं और उद्योग जैसे मुद्दों ने पूरे सत्र को राजनीतिक रूप से बेहद सक्रिय बना दिया। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि इन बहसों का असर प्रदेश की राजनीति और नीतियों पर किस तरह पड़ता है।






