उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक ऐसे बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो देश के अलग-अलग हिस्सों में अवैध धर्मांतरण और युवाओं को कट्टर विचारधारा की तरफ मोड़ने का काम कर रहा था और इस पूरी कार्रवाई को ‘Mission Asmita’ नाम से अंजाम दिया गया था और जिसमें यूपी पुलिस की स्पेशल टीमों ने एक साथ मिलकर काम कर दिखाया कमाल.
जांच कैसे शुरू हुई
सारा मामला आगरा से शुरू हुआ और मार्च 2025 में दो बहनों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई पर उनकी उम्र 33 और 18 साल थी. शुरुआती जांच में सामने आया कि इन दोनों बहनों को जबरन धर्म बदलवाया जा रहा था और उनके ऊपर मानसिक दबाव डाला जा रहा था पर एक बहन ने सोशल मीडिया पर एक लड़की की तस्वीर पोस्ट की थी जो AK-47 जैसी राइफल लिए हुए थी और इससे पुलिस को शक हुआ कि मामला सिर्फ गुमशुदगी तक सीमित नहीं है.
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जांच में क्या मिला
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती गई तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं और पुलिस ने पाया कि यह सिर्फ दो लड़कियों का मामला नहीं है बल्कि एक संगठित गिरोह इस तरह के काम को कर रहा है और यह गिरोह love jihad और कट्टरता और अवैध धर्मांतरण के जरिए देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचा रहा था और उनके पास विदेशों से पैसा आ रहा था जैसे अमेरिका, कनाडा और कुछ खाड़ी देशों से इन लोगों को फंडिंग मिल रही थी और यह पैसे डार्क वेब जैसे छिपे हुए रास्तों से भारत पहुंचाए जा रहे थे.
गिरोह कैसे काम करता था
गिरफ्तार लोगों की भूमिका अलग-अलग थी और कोई फंडिंग संभाल रहा था तो कोई रहने के लिए safe house मुहैया कराता था पर कुछ लोग कानूनी मदद देते थे ताकि धर्मांतरण का मामला दबा रहे और कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों को फंसा रहे थे और यह नेटवर्क इतने प्रोफेशनल तरीके से चलाया जा रहा था कि इसमें ISIS जैसी चालें इस्तेमाल की जा रही थीं.
गिरफ्तारी कहां-कहां से हुई
इस गिरोह के खिलाफ जब सबूत पुख्ता हो गए तो यूपी पुलिस ने एक साथ छह राज्यों में छापेमारी की और राजस्थान से 3, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से 2-2 और जबकि दिल्ली, उत्तराखंड और गोवा से 1-1 आरोपी को पकड़ा गया यह लगभग कुल मिलाकर 10 लोग गिरफ्तार हुए. ये सभी लोग किसी न किसी रूप में इस पूरे नेटवर्क से जुड़े हुए थे.
किसने की पुष्टि
आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में यह साफ हुआ कि ये दोनों बहनें एक साजिश का शिकार बनीं और उन्हें love jihad और कट्टरता की ओर खींचा गया और उन्होंने कहा कि इस पूरे गिरोह की कार्यप्रणाली ISIS जैसी लगती है और वहीं डीजीपी राजीव कृष्णा ने बताया कि Mission Asmita के जरिए इस तरह के अपराधों को खत्म करने का काम चल रहा है और उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में ऐसे और कई नेटवर्क को खत्म किया जाएगा.