यूपी कार लूट गिरोह का खुलासा, बुजुर्ग मास्टमाइंड समेत तीन आरोपी गिरफ्तार महिलाएं और लड़कियां बनती थीं शिकार. लखनऊ Police ने गिरोह को कार समेत दबोचा.
यूपी कार लूट गिरोह
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक ऐसे खतरनाक गिरोह का पर्दाफाश किया है जोकी सवारियों को कार में बैठाकर लूटपाट करता था और इस यूपी कार लूट गिरोह का मास्टमाइंड कोई नौजवान नहीं बल्कि 55 साल का बुजुर्ग निकला है और सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि यह गैंग खासतौर पर महिलाओं और लड़कियों को ही अपना टारगेट बनाता था ताकि आसानी से लूट को अंजाम दिया जा सके.
कैसे हुआ इस पुरे गिरोह का खुलासा
मलिहाबाद पुलिस और नॉर्थ जोन की सर्विलांस टीम को काफी दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि ग्रामीण इलाकों में कार सवार लोग लूटपाट कर रहे हैं और शुक्रवार रात पुलिस ने जाल बिछाकर कार समेत तीन बदमाशों को पकड़ लिया और इन बदमाशों के पास से एक देशी तमंचा व 3 कारतूस और बांका तथा 5260 रुपये कैश और लूटी हुई कार बरामद की गई और इस कार्रवाई के बाद साफ हो गया कि यह कोई छोटा-मोटा गैंग नहीं बल्कि संगठित यूपी कार लूट गिरोह है.
यह भी पढें – बंदर ने की पैसे की बारिस : हमीरपुर के Market में मचा हंगामा 2025
गिरोह का सरगना कौन था
गिरफ्तार बदमाशों में सबसे बड़ा नाम प्रेम कुमार वर्मा उर्फ प्रेम का है जोकी ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है और उम्र 55 साल है और पुलिस के मुताबिक प्रेम पहले से ही कई केसों में वांछित था और उस पर हत्या का प्रयास व लूटपाट और अवैध असलहे रखने के चार केस पहले से दर्ज हैं साथ ही पुलिस रिकॉर्ड में इसका लंबा क्राइम शीट है.
प्रेम की पहचान दुबग्गा निवासी सतीश गुप्ता से हुई थी और जो ड्राइवर का काम करता है और दोनों की मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी वहीं तीसरी आरोपी महिला रामरानी को सतीश ने रुपये का लालच देकर इस यूपी कार लूट गिरोह में शामिल किया था.
लूट का तरीका था बेहद चालाकी भरा
यह गैंग सवारियों को फंसाने के लिए कार का इस्तेमाल करता था और महिला यात्रियों का विश्वास जीतने के लिए कार में हमेशा एक महिला को बैठाया जाता था ताकि सवारी को शक न हो और जैसे ही कोई महिला या लड़की कार में बैठती तो थोड़ी दूर जाकर बाकी आरोपी उसे पकड़ लेते थे और मुंह दबा देते और असलहे की नोक पर लूटपाट करते थे.
1 अगस्त को गिरोह ने गोमतीनगर की रहने वाली गीता कनौजिया को इसी तरीके से कार में बैठाया था और कुछ ही देर में उसका मंगलसूत्र व कान की बाली और दो सोने की चेन और 12 हजार रुपये कैश लूट लिया गया फिर इसके बाद उसे चलती कार से धक्का देकर भाग निकले.
किराए पर लेते थे कार
गिरोह के पास खुद की कार नहीं थी वह लोग पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी प्रेम ने कार मालिक वीरपाल से 1200 रुपये रोजाना के किराए पर Ertiga कार ली थी और इस कार का इस्तेमाल सिर्फ लूट के लिए होता था और लूट के वक्त गिरोह हमेशा असलहा और बांका साथ रखता ताकि सवारी को डराकर आसानी से माल हड़पा जा सके.
नंबर प्लेट पर मिट्टी लगाकर बचते थे पुलिस से
पुलिस के लिए इस गिरोह को पकड़ना आसान नहीं था क्योकी मास्टमाइंड प्रेम हर बार कार की नंबर प्लेट पर मिट्टी मल देता था ताकि सीसीटीवी फुटेज में गाड़ी का नंबर साफ न दिखे पर इस बार किस्मत साथ नहीं दी और बारिश में मिट्टी धुल गई और गाड़ी का सही नंबर पुलिस को मिल गया फिर इसके बाद करीब 100 कैमरों की जांच के बाद पुलिस सीधा कार मालिक तक पहुंच गई और फिर प्रेम तक पहुंचने में कामयाब रही.
यह भी पढें – Branded पैकेज में नकली Tata Salt और चायपत्ती: गोरखपुर में सफेद जहर का पर्दाफाश 2025
पुलिस पूछताछ में हुए कई और राज़ उजागर
पकड़े जाने के बाद प्रेम ने पुलिस को कबूल किया कि उसने लखनऊ के अलावा सीतापुर व हरदोई और शाहजहांपुर में भी लूट की वारदातें की हैं पर वहां उसने दूसरी कारों का इस्तेमाल किया था और अब पुलिस प्रेम के फोन की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है ताकि बाकी कार मालिकों का पता लगाया जा सके और बाकी पीड़ितों को भी न्याय दिलाया जा सके.
महिलाएं ही क्यों निशाना बनती थीं
इस यूपी कार लूट गिरोह की सबसे बड़ी चालाकी यही थी कि यह हमेशा महिलाओं और लड़कियों को निशाना बनाता और वजह साफ थी महिलाएं अक्सर ज्यादा विरोध नहीं कर पातीं और उनके पास जेवर या कैश आसानी से मिल जाता है और यही वो कारण है कि यह गिरोह तेजी से पैसे बनाने में सफल हो रहा था.
पुलिस की बड़ी सफलता
एडीसीपी नॉर्थ जितेंद्र दूबे और एसीपी मलिहाबाद सुजीत दूबे की देखरेख में पुलिस टीम ने बेहद मेहनत करके इस गैंग को दबोचा है और इंस्पेक्टर मलिहाबाद सुरेंद्र सिंह भाटी और उनकी टीम ने 100 से ज्यादा CCTV कैमरे चेक किए गए है और कई इलाकों में छापेमारी की और आखिरकार गैंग को धर दबोचा.
गिरोह के पकड़े जाने से ग्रामीणों में राहत
इस गैंग के पकड़े जाने से लखनऊ समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में राहत की सांस ली गई है और कई दिनों से लोग असुरक्षित महसूस कर रहे थे और खासतौर पर महिलाएं और अब पुलिस का कहना है कि गैंग के बाकी नेटवर्क की भी गहन जांच की जा रही है.