🛑 जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकी हमला: बैसरण घाटी में 26 पर्यटकों की हत्या की आशंका
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एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का शांत माहौल गोलियों की गूंज से थर्रा उठा है। मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे, अनंतनाग जिले के पहलगाम के बैसरण क्षेत्र में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों के मारे जाने की आशंका है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
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📍 घटना कैसे हुई?
बैसरण, श्रीनगर से कुछ दूरी पर स्थित है और यह क्षेत्र अक्सर देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहता है। मंगलवार को जब सैलानी अपने परिवारों के साथ इन हरे-भरे मैदानों में घूम रहे थे, तभी पहाड़ियों से उतरकर आए आतंकियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की आवाज़ सुनते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
🚁 राहत और बचाव कार्य
- प्रशासन ने तुरंत हेलिकॉप्टर से बचाव अभियान शुरू किया।
- कई घायलों को स्थानीय लोगों ने टट्टुओं की मदद से नीचे लाया।
- गंभीर रूप से घायलों को श्रीनगर के अस्पतालों में भेजा गया।
- स्थानीय पुलिस और सेना ने क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया है।
👥 घटनास्थल से राजनैतिक प्रतिक्रियाएं
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई अडिग है। दोषियों को सज़ा जरूर मिलेगी।”
- गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत श्रीनगर के लिए प्रस्थान किया और कहा, “दोषियों को सबसे कड़ी सजा दी जाएगी।”
- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “हम इस कायरतापूर्ण हमले को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। कार्रवाई जारी है।”
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस हमले को “मानवता पर हमला” बताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।
🔔 प्रमुख बिंदु (Top Highlights):
- घटना दोपहर 3 बजे बैसरण घाटी में हुई।
- 26 पर्यटकों की मौत की आशंका, 12 घायल।
- आतंकियों ने अचानक हमला किया जब पर्यटक घोड़े पर सैर कर रहे थे।
- कुछ घायलों को स्थानीय लोग टट्टू पर लेकर उतरे नीचे।
- हेलिकॉप्टर से बचाव कार्य शुरू हुआ।
- पुलिस व सेना का तलाशी अभियान ज़ारी।
- प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, उपराज्यपाल सहित कई नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया।
- श्रीनगर में आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी:
- 0194-2457543, 0194-2483651
- Adil Fareed (ADC Srinagar) – 7006058623
🕯️ कैंडल मार्च और जनक्रोध:
हमले के विरोध में बारामुला जिले में लोगों ने कैंडल लाइट मार्च निकाला। इसमें बड़ी संख्या में युवाओं, व्यापारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। लोगों ने ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
📈 सवाल जो उठते हैं:
- अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले ये हमला क्या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है?
- क्या पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन नाकाम रहा?
- क्या आतंकियों की आवाजाही की जानकारी पहले से नहीं थी?
📅 प्रसंग और समय की संवेदनशीलता:
इस समय घाटी में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। साथ ही अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होनी है, ऐसे में इस हमले से पर्यटन उद्योग और धार्मिक यात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंता और अधिक गहराई है।
✍️ निष्कर्ष:
जहां एक ओर कश्मीर घाटी सामान्यता की ओर लौटने की कोशिश कर रही थी, वहीं यह आतंकवादी हमला फिर से एक खौफनाक दौर की याद दिला गया। बैसरण घाटी की सुंदरता आज खून से लाल हो गई। सवाल यही है – कब तक निर्दोष लोग गोलियों का शिकार बनते रहेंगे?

मेरा नाम शिव है और मैने SVSU University से बी.एससी. की पढ़ाई पूरी की है और मुझे लेखन में 5 वर्षों का अनुभव है। मैं सामाजिक मुद्दों, तकनीकी विषयों और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषयों पर स्पष्ट, तथ्यपूर्ण लेखन करता हूँ मेरे लिखने का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना नहीं, बल्कि पाठकों को सोचने पर मजबूर करना भी है। लेखन में प्रस्तुत सभी जानकारी विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों और इंटरनेट माध्यमों से एकत्र की जाती है। तथ्यों को सही और अद्यतन रखने का प्रयास किया जाता है, किंतु इसकी पूर्ण सत्यता या सटीकता की कोई गारंटी नहीं दी जाती। जानकारी के उपयोग से उत्पन्न किसी भी परिणाम के लिए लेखक की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
2 thoughts on “श्रीनगर में मातम: पहलगाम में आतंकी कहर, 26 पर्यटकों की जान गई!”