आईपीएल 2025 के इस सीज़न में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए सब कुछ आसान नहीं रहा। 6 मैच हारने के बाद टीम प्वाइंट्स टेबल में नीचे थी और कप्तान रुतुराज गायकवाड़ की चोट ने टीम की मुश्किलें और बढ़ा दी थीं। लेकिन सोमवार की शाम लखनऊ में कुछ अलग थी—क्योंकि मैदान में कप्तान के रूप में उतरे थे एमएस धोनी।
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धोनी, जिनके बारे में कइयों ने कहना शुरू कर दिया था कि वो इस सीज़न ज़्यादा रुक गए हैं, उन्होंने अपने पुराने अंदाज़ में ना सिर्फ़ स्पिनरों को बखूबी घुमाया बल्कि बल्ले से भी चमत्कार कर डाला। लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 167 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जब CSK के हाथ से मैच फिसलता नज़र आ रहा था, तब आए धोनी और 11 गेंदों में नाबाद 26 रन ठोक डाले। उन्होंने आखिरी ओवर से पहले ही जीत लगभग पक्की कर दी।
🎯 कप्तानी की वापसी:
बॉलिंग में जहां उन्होंने खलील अहमद को जल्दी बदलकर स्पिनरों को मौका दिया, वहीं रविंद्र जडेजा और नूर अहमद का शानदार उपयोग दिखा कि वो अब भी रणनीतिकारों के उस्ताद हैं। अय्यन मार्करम और निकोलस पूरन जैसे बड़े नामों को जल्दी आउट कर CSK ने लखनऊ को 166 पर रोक दिया।
🏏 बल्लेबाज़ी में भी क्लास:
CSK की ओर से शाइख रशीद और रचिन रविंद्र की ओपनिंग साझेदारी ने आधार रखा। लेकिन असली मज़ा तब आया जब धोनी डगआउट से उठे। दर्शकों में पहले ही चर्चा थी कि क्या वो फिट हैं। मगर मैदान पर उतरते ही उन्होंने आवेश खान को दो चौके और शार्दुल ठाकुर को एक छक्का जड़कर जवाब दे दिया। उनकी इस तेज़ पारी ने साबित कर दिया कि अनुभव और आत्मविश्वास से ज़्यादा कोई हथियार नहीं।
🎙️ मैच के बाद बोले धोनी:
“अच्छा लगा जीतकर। हमने इस सीज़न अब तक कई करीबी मैच गंवाए हैं। उम्मीद है ये जीत हमें नई ऊर्जा देगी,” उन्होंने मैच के बाद कहा।
👨🏫 कोच और टीम का भरोसा:
CSK के बॉलिंग कोच एरिक सिमंस ने कहा, “धोनी का असर मैदान में हमेशा रहता है, चाहे वो कप्तान हों या नहीं। उनकी शांति और समझदारी ही असली सीख है जो वो टीम को देते हैं।”
📊 युवा खिलाड़ियों की झलक:
20 साल के शाइख रशीद ने 27 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली और कोच फ्लेमिंग से मिली मेहनत का प्रमाण दिया। जडेजा और नूर ने मिलकर मिडिल ओवर्स को कंट्रोल किया, जो इस जीत की चाबी बनी।
जहां लोग कह रहे थे कि धोनी अब थक चुके हैं, वहां उन्होंने दिखा दिया कि असली लीडरशिप क्या होती है। भले ही ये जीत CSK की उम्मीदों को पूरी तरह जगा ना सके, पर टीम और फैंस को थोड़ी राहत ज़रूर दे गई।