मानसून सत्र शुरू संसद में विपक्ष का ट्रंप-बम वार और मोदी सरकार

By Shiv

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संसद

21 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो चुका है और ये सत्र 21 अगस्त तक चलेगा और इस एक महीने में सत्ता और विपक्ष के बीच जोरदार टकराव की उम्मीद है पर बीजेपी और मोदी सरकार जहां विधेयकों को पारित कराने की अपनी रणनीति बना चुकी है तो वहीं विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है खासकर ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमला और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान इस सत्र में सबसे ज्यादा गरमाने वाले हैं.

सदन में ट्रंप के दावे पर क्या बोलेगी सरकार?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दावा किया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव को उन्होंने रोका और उनका कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्होंने दोनों देशों के बीच टकराव को शांत किया था और ट्रंप का यह दावा विपक्ष को हाथ लग गया है और कांग्रेस समेत तमाम पार्टियां मोदी सरकार से पूछ रही हैं कि क्या वाकई ऑपरेशन सिंदूर का क्रेडिट अमेरिका को जाएगा? या क्या भारत की विदेश नीति इतनी कमजोर हो चुकी है कि ट्रंप जैसे नेता अपने मन से दावे करने लगें?

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ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति और नुकसान पर उठे सवाल

6 से 7 मई की रात भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया था. इस हमले में ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया गया. इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया. विपक्ष का सवाल है कि इस सैन्य कार्रवाई में भारत को क्या नुकसान हुआ? और क्या सरकार ने इस ऑपरेशन के बाद की कूटनीतिक रणनीति पर कोई साफ जवाब देश को दिया है?

पहलगाम आतंकी हमला भी सदन में गूंजेगा

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीयों की मौत हुई थी तो अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि हमले के पीछे कौन था और हमलावर कहां गए और विपक्ष पूछ रहा है कि अगर सरकार कश्मीर में स्थिरता का दावा कर रही है तो फिर इस तरह का बड़ा हमला कैसे हो गया?

बिहार वोटर लिस्ट पर चुनाव से पहले सियासी तकरार

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण शुरू हुआ है पर विपक्ष का आरोप है कि इसमें धांधली की जा रही है और कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल कह रहे हैं कि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार मिलकर एक पक्षीय प्रक्रिया चला रहे हैं और इस मुद्दे पर संसद में खूब हंगामे के आसार हैं.

एयर इंडिया हादसा भी बनेगा बड़ा मुद्दा

अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान हादसे पर विपक्ष सरकार से जवाब चाहता है की हादसे की जांच रिपोर्ट में कुछ तकनीकी खामियों की बात सामने आई है पर विपक्ष पूछ रहा है कि ऐसी चूकें बार-बार क्यों हो रही हैं? क्या विमानन सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है?

संसद सत्र में पेश होंगे 8 अहम बिल

मोदी सरकार इस मानसून सत्र में 8 बिल पेश करने जा रही है जिसमें इनमें भू-विरासत स्थल और अवशेषों की सुरक्षा से जुड़ा बिल खास है और इसके अलावा राष्ट्रीय खेल प्रशासन बिल, खान और खनिज (संशोधन) विधेयक, और डोपिंग रोधी बिल भी संसद में पेश किए जाएंगे और सरकार चाहती है कि इन बिलों पर बिना किसी रुकावट के चर्चा हो और इन्हें पास किया जाए.

उपराष्ट्रपति ने दी संयम और मर्यादा की सलाह

सत्र शुरू होने से पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सभी सांसदों से अपील की कि वे मर्यादित भाषा का प्रयोग करें और विचारों के मतभेद को कड़वाहट में न बदलें और उन्होंने कहा कि संसद का वातावरण स्वस्थ और सकारात्मक रहना चाहिए ताकि जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके.

सभी पार्टियों की बैठकें और हंगामे का संकेत साफ

सत्र शुरू होने से पहले रविवार को बीजेपी की बैठक हुई जिसमें जेपी नड्डा समेत तमाम मंत्री शामिल हुए और इसी दिन विपक्षी INDIA ब्लॉक की बैठक भी हुई जिसमें सोनिया गांधी ने नेतृत्व किया था पर विपक्षी नेता तय कर चुके हैं कि इस बार सरकार को हर मुद्दे पर घेरा जाएगा और फिर चाहे वो ऑपरेशन सिंदूर हो या बिहार की वोटर लिस्ट या फिर एयर इंडिया का हादसा.

क्या मोदी सरकार दे पाएगी हर सवाल का जवाब?

अब सवाल यही है कि क्या सरकार विपक्ष के हर आरोप पर खुलकर जवाब देगी या फिर सदन में बहसबाजी और वॉकआउट का सिलसिला चलता रहेगा क्योकी मानसून सत्र लंबा है और मुद्दे गंभीर हैं और जनता को जवाब चाहिए और अगर सरकार की रणनीति साफ है और विपक्ष की मांग जायज है तो इस बार का सत्र देश के लोकतंत्र के लिए मिसाल बन सकता है पर अगर सब कुछ शोर में दब गया तो फिर यही संसद एक और नाकाम अवसर बनकर रह जाएगी.

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