
पश्चिम बंगाल के बांग्लाग्राम थाने में भीड़ ने आरोपी को अपने कब्जे में लेने के लिए ऐसा तांडव किया कि पुलिस को लेना पडा कडा एक्शन मचा बवाल
बुधवार को पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के बांग्लाग्राम क्षेत्र में कुछ इस प्रकार सनसनी फैल गई कि करीब 150 लोगों की भीड़ ने अचानक वहां की स्थानीय पुलिस थानों को घेरने का प्रयास कर थानों में घुस गई। उनका मकसद एक चाकूबाज आरोपी को पुलिस से छीनना था। इस आरोपी पर चार लोगों को बेरहमी से चाकू मारकर घायल करने का आरोप है।
हमलावर मानसिक रूप से हिला हुआ और खुद के माता-पिता की हत्या का भी शक
पुलिस के अनुसार, 35 वर्षीय हमला करने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर है। उसने चार लोगों को चाकू मार दिया और उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय निवासियों के हवाले से यह दावा भी किया गया है कि उसने पहले अपने माता-पिता की भी हत्या कर दी थी। इन आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय विशेष टीम गठित की गई है।
थाने में घुसकर की तोड़फोड़ फिर पुलिस ने किया लाठीचार्जस
स्थालीय पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर थाने में रखा था, लेकिन घायल लोगों के परिवार व स्थानीय जन थाने के बाहर एकत्र होकर उसे सौंपने की मांग करने लगे। हालात खराब होते देख जब पुलिस ने बात नहीं मानी तो भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। हालत जब नियंत्रण से बाहर होते देखे गए तो पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा जिसमें कई लोग घायल हुए। पुलिस ने मौके से 10 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस का बयान है कि ये कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं
सवालों का जवाब देते हुए इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बांग्लाग्राम पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने कहा, “स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया है और इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। फैल रही अफवाहों पर विराम लगाते हुए सोशल मीडिया पर पुलिस ने X (पूर्व में ट्विटर) पर स्पष्ट किया कि इसमें कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है। इसके साथ ही अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
फिलहाल की स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में
घटना के बाद से इलाके में काफी तनाव फैला है, लेकिन पुलिस की कड़ी निगरानी और गश्त के कारण हालात अभी नियंत्रित हैं। आरोपी का भी मानसिक परीक्षण कराया जा रहा है और उसके ऊपर लगे सभी आरोपों की गहराई से जांच जारी है।