MSME का मतलब है Micro, Small and Medium Enterprises. इसे हिंदी में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग कहते हैं और यह वो business होते हैं जो छोटे स्तर पर काम शुरू करते हैं और पूरे देश की economy में बड़ा योगदान देते हैं.
सरकार ने इन्हें तीन भागों में बांटा है
- Micro मतलब बहुत छोटा कारोबार
- Small यानी थोड़ा बड़ा, लेकिन सीमित दायरे में
- Medium यानी मध्यम आकार का व्यवसाय और इनका वर्गीकरण investment और turnover के आधार पर होता है. जैसे अगर किसी business में 1 करोड़ से कम का निवेश और 5 करोड़ से कम का turnover है तो वो Micro category में आएगा.
MSME क्यों जरूरी है?
भारत में लगभग 6.5 करोड़ MSMEs हैं और यह लोग छोटे उद्योग देश की GDP में करीब 30 प्रतिशत योगदान देते हैं और 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार देते हैं फिर चाहे गांव हो या शहर हो हर जगह MSME का नेटवर्क फैला हुआ है और आपके मोहल्ले की bakery हो या tailoring की दुकान हो या फिर mobile repairing center सब MSME के उदाहरण हैं और यही reason है कि सरकार इन पर इतना focus कर रही है.
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MSME के फायदे क्या हैं?
अगर आप MSME में रजिस्टर्ड हैं तो आपको कई तरह के सरकारी benefits मिलते हैं.
- Loan लेने में आसानी होती है, और वो भी कम interest rate पर
- Government tenders में भाग लेने का मौका
- Subsidy और tax में छूट
- Business को बढ़ाने के लिए training और support और MSME registration अब पूरी तरह online हो चुका है और आप Udyam Portal पर जाकर अपना business आसानी से register कर सकते हैं.
MSME में कौन-कौन से काम आते हैं ?
MSME के दायरे में manufacturing से लेकर service sector तक कई काम आते हैं. जैसे-
- कपड़ा उद्योग
- लकड़ी का furniture बनाना
- dairy और food processing
- mobile repairing
- event planning
- digital marketing agency
- handicraft और अगर आप कुछ भी छोटा business शुरू करते हैं, तो आप MSME category में आ सकते हैं.
MSME और आत्मनिर्भर भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की जो बात कही थी तो उसका सवसे बड़ा हिस्सा MSME सेक्टर से ही जुड़ा है. क्योंकि जब हर व्यक्ति खुद का काम करेगा तो देश आत्मनिर्भर बनेगा और Covid के बाद सरकार ने MSME के लिए ₹3 लाख करोड़ का राहत पैकेज भी दिया था जिससे लाखों छोटे व्यवसायों को दोबारा खड़ा होने में मदद मिली.
MSME के लिए जरूरी योजनाएं
सरकार ने MSME सेक्टर के लिए कई schemes शुरू की हैं:
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP): इससे बेरोजगार युवा अपना काम शुरू कर सकते हैं
- MUDRA Loan: छोटे व्यवसाय के लिए बिना गारंटी के loan मिलता है
- Credit Guarantee Scheme: जिससे बैंक आसानी से लोन दे
- ZED Certification: यानी zero effect, zero defect manufacturing के लिए मदद और ये योजनाएं न सिर्फ पैसों की मदद देती हैं बल्कि नए business को पहचान भी दिलाती हैं.
MSME पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें ?
MSME में register करने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है बस Udyam Registration Portal (https://udyamregistration.gov.in) पर जाएं.
- आधार कार्ड नंबर डालें
- PAN और GST जानकारी भरें
- अपने business का detail भरें
- और आपको मिल जाएगा Udyam Certificate और ये certificate आपको सरकारी schemes और business loan में priority दिलाता है.