गुजरात के सुरेन्द्रनगर ज़िले में 2021 में एक ऐसी घटना घटित हुई जिससे किसी की भी रूह कांप सकती है। एक 14 साल के बच्चे और उसके पिता को पुलिस ने अपनी गोली का शिकार बना लिया और उसे एनकाउंटर का नाम दे दिया गया। लेकिन उस मुठभेड़ में जो नहीं मरी थी तो वह थी उसकी बेटी की उम्मीद।

मृत बाप की बेटी सुहाना जिसने हार नहीं मानी
17 वर्षीय सुहाना उस समय 14 वर्ष की थी जब उसने अपने पिता और छोटे भाई की लाश को अपनी आँखो से देखा लेकिन उसने संकल्प लगा लिया था कि मैं इंसाफ लिए बिना नहीं रुकूंगी तीन साल मुक़दमे के कोर्ट कागज और वकील और अफसरों के चक्कर लगाने के बाद अब जाकर न्याय की पहली सीढ़ी चढ़ी पकडी है।
7 पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला हुआ दर्ज
बाजणा पुलिस स्टेशन पर हुई FIR दर्ज और इन 7 पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए हैं:
वीरेंद्रसिंह जाडेजा (सब-इंस्पेक्टर)
Rajeshbhai Mithapara
Kireet Solanki
Shailashbhai Khatavdiya
Dhigvijaysingh Zala
Prahaladbhai Charamata
Manubhai Fatepara
इन सभी 7 पुलिसकर्मियों पर IPC की धारा 302 (हत्या) और 114 (सहायता करने की उपस्थिति) के तहत केस दर्ज हो चुका है।
हाईकोर्ट से हुआ आदेश तब जाकर मजिस्ट्रेट ने की कार्रवाई
2022 में मृतक की बेटी सुहाना ने गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दायर की थीौर कोर्ट ने उसे CrPC की धारा 156(3) के तहत आवेदन करने की छूट दी और कहा कि जांच जरूर होनी चाहिए।
इसके बाद 17 अप्रैल 2025 को धरगधरा पटदी के मजिस्ट्रेट आर. आर. ज़िंबा ने FIR दर्ज करने और जांच DSP के स्तर पर कराने का आदेश दे दिया।
हनीफाबेन ने बताई खौफनाक सच्चाई
सुहाना की नानी हनीफाबेन के अनुसार
6 नवंबर 2021 को 7 पुलिसवाले सिविल ड्रेस में गेडिया गांव आएऔर उन्होंने हनीफखान को जबरन उठा लिया और 14 साल के मदीन ने इसको रोकने का प्रयास किया तो उसके पास आकर सीने में गोली मार दी और फिर उसके पिता को भी गोली मार दी गई ।
अब आगे क्या होगा
FIR तो दर्ज हो चुकी है लेकिन अब सबकी निगाहें जांच पर हैं सुहाना ने कहा है कि
न्याय तभी होगा जब इन पुलिसवालों को ऐसी सजा मिले कि अगली बार कोई भी पुलिस वाला किसी भी निर्दोष बेटा-बाप यूं न छीन सके।