
देश में फिर से कोविड-19 की ध्वनि सुनाई दे रही है। 22 मई 2025 को जहाँ केवल 257 एक्टिव केस निकले थे वहीं 2 जून तक यह संख्या 3758 को पार कर चुकी है यानी 10 दिनों में 1200% से अधिक की वढत जो ना केवल स्वास्थ्य तंत्र को अलर्ट कर रही है बल्कि आम जनता के लिए भी चिंता का विषय बन गई है।
केस बढ़ने की रफ्तार गहन चौंकाने वाली
22 मई 2025: केवल 257 एक्टिव केस
26 मई तक: आंकड़ा 1010 के पार
2 जून 2025 तक कुल 3758 केस
अंतिम 24 घंटों के दौरान 363 नए केस आए हैं
2 लोगों की मौत की पुष्टि भी हुई है
यह ट्रेंड साफ इस बात की ओर इशारा करते है कि कोविड फिर से फैलने लगा है और अगर यही स्थिति रही तो फिर से पाबंदियों की वापसी हो सकती है ।
स्वास्थ्य मंत्रालय की गम्भीर नजर और चेतावनी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशव्यापी बढ़ते केसों पर बेहद गहरी चिंता व जाहिर की है मंत्रालय का कहना है कि अगर यह ग्राफ ऐसे ही जारी रहा तो फिर से सार्वजनिक क्षेत्रों अस्पतालों और संवेदनशील जोनों में कोविड प्रोटोकॉल लागू किया जा सकता है। मास्क का उपयोग करना सोशल डिस्टेंसिंग और सैनेटाइजर का उपयोग फिर एक अनिवार्यता बनाया जा सकता है कृपया शर्तक रहें ।
किन-किन राज्यों में ज्यादा असर
केरल: 1400 एक्टिव केस
महाराष्ट्र: 485 केस
दिल्ली: 436 केस
गुजरात और तमिलनाडु: लगातार बढ़ रहे हैं केस
हालांकि अभी ज्यादातर मामलों में लक्षण हल्के हैं और गंभीर स्थिति कम देखने को मिली है लेकिन तेज फैलाव का खतरा बरकरार बना हुआ है।
कौन-कौन से वेरिएंट हैं जिम्मेदार?
विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार इस बढ़त के पीछे कोरोना वायरस का नया अवतार JN.1 (पिरोला) और उसकी उप-शाखाएं LF.7 और NB1.8 हैं। ये ओमिक्रॉन वेरिएंट की नई पीढ़ी हैं और शरीर की पुरानी इम्यूनिटी को चकमा देने में सक्षम हो सकती है ।
Though इनके लक्षण अभी तक फ्लू या ओमिक्रॉन जैसे ही हैं पाए गए है जैसे:
गले में खराश
हल्का बुखार
खांसा
सिर दर्द
पर इनकी संक्रमण दर काफी अधिक है।
क्या करें आम लोग देखें
सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें और मास्क का प्रयोग करें ।
बार-बार हाथ धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
भीड़-भाड़ से बचें
यदि सर्दी-जुकाम या बुखार हो तो टेस्ट जरूर कराएं
कोविड एप्रूव्ड टीकाकरण (बूस्टर डोज) पर जरूर ध्यान दें