नई दिल्ली | मार्च 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “तमिलनाडु को पहले से तीन गुना ज़्यादा फंड दिए गए हैं” वाले बयान पर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने तीखा पलटवार किया है। पीएम मोदी ने हाल ही में रामेश्वरम में नवनिर्मित पंबन ब्रिज के उद्घाटन के दौरान यह दावा किया था कि 2014 के बाद तमिलनाडु को रेल प्रोजेक्ट्स में सात गुना ज़्यादा बजट दिया गया है।
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चिदंबरम ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“एक इकोनॉमिक्स की पहली साल की स्टूडेंट भी समझा सकती है कि हर साल आंकड़े ज़्यादा दिखेंगे, क्योंकि GDP और बजट की साइज हर साल बढ़ती है।”
उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि सरकार कितनी राशि खर्च कर रही है ये देखना तो ठीक है, लेकिन क्या वह राशि GDP या कुल खर्च का कितना प्रतिशत है, ये भी उतना ही ज़रूरी है।
💬 मोदी का दावा:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था:
“तमिलनाडु की रेलवे के लिए सालाना सिर्फ ₹900 करोड़ मिलते थे, अब ₹6000 करोड़ से ज़्यादा मिल रहे हैं।”
“पिछले 10 वर्षों में 4000 किमी सड़कें बनाई गईं हैं। 77 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि कुछ लोग बेवजह शिकायत करते हैं, जबकि केंद्र सरकार का उद्देश्य दक्षिण भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है।
🔍 सियासी मायने:
चुनाव नज़दीक हैं, और तमिलनाडु में बीजेपी की पकड़ अभी भी कमजोर मानी जाती है। ऐसे में मोदी का यह दौरा और फंडिंग की बात एक रणनीतिक कोशिश मानी जा रही है। वहीं कांग्रेस ने इसे “भ्रम फैलाने वाला प्रचार” करार दिया है।
🧾 निष्कर्ष:
पीएम मोदी जहां इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ को विकास का प्रतीक बता रहे हैं, वहीं चिदंबरम आंकड़ों की गहराई पर ध्यान देने की अपील कर रहे हैं। यह सिर्फ फंड का नहीं, बल्कि डेटा बनाम हकीकत का मुद्दा बन गया है।
मेरा नाम शिव है और मैने SVSU University से बी.एससी. की पढ़ाई पूरी की है और मुझे लेखन में 5 वर्षों का अनुभव है। मैं सामाजिक मुद्दों, तकनीकी विषयों और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषयों पर स्पष्ट, तथ्यपूर्ण लेखन करता हूँ मेरे लिखने का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना नहीं, बल्कि पाठकों को सोचने पर मजबूर करना भी है। लेखन में प्रस्तुत सभी जानकारी विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों और इंटरनेट माध्यमों से एकत्र की जाती है। तथ्यों को सही और अद्यतन रखने का प्रयास किया जाता है, किंतु इसकी पूर्ण सत्यता या सटीकता की कोई गारंटी नहीं दी जाती। जानकारी के उपयोग से उत्पन्न किसी भी परिणाम के लिए लेखक की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
1 thought on “खास रिपोर्ट: मोदी के ‘ज़्यादा फंड’ दावे पर चिदंबरम का करारा जवाब”