Ayodhya में श्रीराम जन्मभूमि परिसर एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी में है। इस बार मौका है राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह का, जो 21 नवंबर से शुरू
एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी
Ayodhya में श्रीराम जन्मभूमि परिसर एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी में है। इस बार मौका है Ayodhya राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह का, जो 21 नवंबर से शुरू होकर 25 नवंबर तक चलेगा और यह सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक गौरव और आस्था का ऐसा पर्व होगा, जिसे पूरी दुनिया नज़दीक से देखने आ रही है।
बदायूं: Breaking News युवक के अपहरण कर मांगी गई 50 लाख की फिरौती, मुंबई से सकुशल बरामद
Ayodhya श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पूरे शहर को सजाने-संवारने का काम तेज़ कर दिया है और मंदिर के तीनों तलों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और अब भव्य ध्वजारोहण के लिए रंग-बिरंगे ध्वजों की तैयारी चल रही है।
25 नवंबर को होगा ध्वजारोहण, पीएम मोदी और मोहन भागवत के आने की संभावना
ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम 25 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। उस दिन रामलला के गर्भगृह सहित आठ मंदिरों के शिखरों पर ध्वज फहराए जाएंगे और इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
ध्वज निर्माण के लिए अलग-अलग प्रकार के कपड़ों का ट्रायल चल रहा है ताकि उनका वजन और मजबूती तय मानकों के अनुसार हो। साथ ही ध्वजों पर बने चिन्हों की डिजाइन को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है और उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक ध्वज निर्माण का कार्य औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगा।
3 हजार कमरों की बुकिंग, 10 हजार मेहमानों का स्वागत
Ayodhya इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए देश-दुनिया से करीब 10 हजार मेहमान अयोध्या पहुंचेंगे। इन सबके ठहरने की व्यवस्था के लिए अब तक 3 हजार से अधिक कमरों की बुकिंग हो चुकी है। होटल, धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस और होम स्टे पूरी तरह से बुक हो रहे हैं और
इतनी बड़ी संख्या में मेहमानों के आने से स्थानीय होटल इंडस्ट्री को भी बड़ा आर्थिक फायदा मिलने वाला है। ट्रस्ट ने शहर के व्यापारियों और प्रशासन के साथ मिलकर व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए खास टीम बनाई है।
मंदिर निर्माण लगभग पूरा, फिनिशिंग का काम जारी
Ayodhya राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर का काम पूरी तरह पूरा हो चुका है, जबकि सेकंड फ्लोर का 98 प्रतिशत हिस्सा तैयार है। अब अंतिम टच दिया जा रहा है। मंदिर के खंभों पर सुंदर नक्काशी और मूर्तिकला ने इसकी भव्यता को और निखार दिया है और
परकोटे की गैलरी में हरियाली के लिए भी खास जगह छोड़ी गई है ताकि श्रद्धालु दर्शन के दौरान प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकें।
दर्शन पास की प्रक्रिया हुई आसान
Ayodhya me श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ट्रस्ट ने दर्शन पास की प्रक्रिया को और सरल बना दिया है। अब दर्शन पास ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से बनवाया जा सकेगा पर स्वीकृति मिलते ही पास का पीडीएफ सीधे श्रद्धालु को भेज दिया जाएगा ताकि ट्रस्ट कार्यालय के बाहर भीड़ न लगे।
Ayodhya मंदिर परिसर में पैदल मार्ग का निर्माण भी तेजी से चल रहा है ताकि दर्शन के दौरान किसी को कोई असुविधा न हो। सफाई कार्य और मलबा हटाने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है।
अयोध्या का माहौल पूरी तरह उत्सवमय
Ayodhya इन दिनों सज-संवर रही है। मंदिर क्षेत्र से लेकर सरयू घाट तक रोशनी, फूलों और झंडों से पूरा शहर दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। स्थानीय लोग इस आयोजन को “दूसरा दीपोत्सव” कहकर देख रहे हैं क्योंकि चारों ओर रौनक, श्रद्धा और उत्साह का माहौल है और
ध्वजारोहण समारोह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा बल्कि यह अयोध्या की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान को भी नया आयाम देगा। ट्रस्ट का कहना है कि यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय अनुभव साबित होगा।






