Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप अभी ट्रायल में है. जानिए यह कैसे काम करती है, न्यूरॉन्स के साथ इसका इंटरैक्शन और क्यों वैज्ञानिक इसे भविष्य की तकनीक मानते हैं.
एलन मस्क की कंपनी Neuralink ने इंसानी दिमाग में चिप लगाने की दिशा में काम करना शुरू किया है। और फिलहाल यह तकनीक clinical trials यानी परीक्षणों के चरण में है और इसे आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया है। Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप का मुख्य उद्देश्य मस्तिष्क और कंप्यूटर के बीच एक इंटरफेस स्थापित करना है। और इसका मुख्य लक्ष्य शारीरिक अक्षमता वाले लोगों की मदद करना और न्यूरोबायोलॉजिकल समस्याओं पर शोध करना है
Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप क्या है
Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप वास्तव में एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। इसे मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में इम्प्लांट किया जाता है, खासतौर पर उन क्षेत्रों में जो न्यूरल सिग्नल भेजने और लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह चिप सीधे न्यूरॉन्स के साथ इंटरैक्ट करती है और इलेक्ट्रिकल सिग्नल को रिकॉर्ड या मॉनिटर कर सकती है।
और इसका मतलब यह हुआ कि यह चिप दिमाग की गतिविधियों को पढ़ सकती है और कुछ हद तक उन्हें कंप्यूटर या अन्य डिजिटल डिवाइस में बदलने का काम कर सकती है। हालांकि, यह अभी सिर्फ ट्रायल स्तर पर है और इसका इस्तेमाल नियंत्रित परिस्थितियों में ही किया गया है।
यह काम कैसे करती है
Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) तकनीक पर काम करती है। दिमाग में न्यूरॉन्स विद्युत सिग्नल भेजते हैं और प्राप्त करते हैं। Neuralink की चिप इन सिग्नलों को पढ़ती है और उन्हें डिजिटल भाषा में बदलती है। इस प्रक्रिया में तीन मुख्य चरण होते हैं:
- सिग्नल रिकॉर्डिंग: न्यूरॉन्स द्वारा भेजे जाने वाले इलेक्ट्रिकल सिग्नल को चिप रिकॉर्ड करती है।
- सिग्नल प्रोसेसिंग: रिकॉर्ड किए गए सिग्नल को कंप्यूटर समझ सके, इसके लिए प्रोसेसिंग यूनिट्स द्वारा डिजिटल डेटा में बदला जाता है।
- इंटरफेस और कंट्रोल: प्रोसेस किए गए सिग्नल का इस्तेमाल कंप्यूटर या मशीन को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है।
ट्रायल में, यह देखा गया है कि मरीज केवल सोचकर कंप्यूटर माउस को नियंत्रित कर सकते हैं और इसका मतलब यह नहीं कि आम लोग अभी ऐसा कर सकते हैं, बल्कि Controlled Clinical Trial में ही यह संभव हुआ है।
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Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप क्यों काम करती है
यह चिप इसलिए काम करती है क्योंकि यह न्यूरॉन्स के इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स को पकड़ सकती है। और दिमाग में हर गतिविधि, चाहे सोचने की हो या मूवमेंट की, न्यूरॉन्स द्वारा इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स के रूप में होती है। Neuralink की चिप इन सिग्नलों को पहचानती है और कंप्यूटर सिस्टम के लिए usable format में बदल देती है।
इसके अलावा, यह तकनीक इसलिए भी काम करती है क्योंकि न्यूरॉन्स और चिप के बीच सीधा इंटरफेस स्थापित किया गया है। पर इससे न्यूरल सिग्नल्स बिना किसी बड़ी देरी के कंप्यूटर तक पहुंचते हैं। वैज्ञानिक इसे भविष्य की तकनीक मानते हैं क्योंकि यह न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर वाले लोगों के लिए संभावित समाधान पेश कर सकती है।
ट्रायल की वर्तमान स्थिति
अभी Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप limited human trials में है और इन ट्रायल्स का उद्देश्य सुरक्षा, सिग्नल रिकॉर्डिंग की क्षमता और न्यूरोलॉजिकल प्रतिक्रिया को समझना है।
कुछ मुख्य तथ्य:
- FDA ने यह ट्रायल नियंत्रित परिस्थितियों में मान्यता दी है।
- अब तक केवल कुछ ही मरीजों पर परीक्षण किया गया है।
- यह तकनीक आम जनता के लिए अभी फाइनल या commercial नहीं हुई है।
इसका मतलब है कि जो भी खबरें सोशल मीडिया पर चलती हैं कि कोई सोचकर कंप्यूटर चला सकता है तो वह केवल Controlled Trial की उपलब्धियों पर आधारित हैं और आम उपयोग के लिए सही नहीं हैं।
भविष्य की संभावनाएं
यदि ट्रायल सफल होते हैं, तो Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप का उपयोग भविष्य में कई क्षेत्रों में किया जा सकता है:
- न्यूरोलॉजिकल रोगों में सुधार, जैसे लकवा या डिमेंशिया
- शोध और शिक्षा में दिमाग की क्षमता बढ़ाना
- कंप्यूटर और मशीन को सोचने से नियंत्रित करने की तकनीक विकसित करना
हालांकि यह तकनीक अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन यह दिखाती है कि भविष्य में दिमाग और कंप्यूटर का इंटरफेस कैसे काम कर सकता है।
Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप
Neuralink की दिमाग में फिट होने वाली चिप अब केवल ट्रायल में है और आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है पर यह चिप न्यूरॉन्स के इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स को पकड़कर कंप्यूटर और मशीन के साथ इंटरफेस बनाने का काम करती है। और फिलहाल यह तकनीक Controlled Clinical Trials में काम कर रही है और भविष्य में न्यूरोलॉजिकल उपचार और ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस के लिए नई संभावनाओं के दरवाजे खोल सकती है।