Fake IAS Caught in UP: दो बार फेल होकर बना फर्जी IAS, यूपी-बिहार में ऐसे ठगता रहा

By Shiv

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Fake IAS Caught in UP: दो बार फेल होकर बना फर्जी IAS, यूपी-बिहार में ऐसे ठगता रहा

Fake IAS Caught in UP: यूपी के वजीरगंज में पकड़े गए फर्जी IAS सौरभ त्रिपाठी ने सरकारी ठेके दिलाने और अफसर बनकर रौब जमाने का खेल खेला. जानिए कैसे

फेल होने के बाद आया खतरनाक आइडिया

IAS बनने का सपना लाखों लोग देखते हैं पर मेहनत के बाद भी सफलता हर किसी को नहीं मिलती है और यूपी के मऊ के रहने वाले सौरभ त्रिपाठी ने भी यही सपना देखा और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, अच्छे परिवार से था, पिता डॉक्टर थे और दो बार UPSC सिविल परीक्षा दी, पर फेल हो गया. यहीं से उसकी सोच ने खतरनाक मोड़ लिया. IAS नहीं बन पाया तो fake IAS बनने का रास्ता चुन लिया और यही है असली कहानी Fake IAS Caught in UP की.

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गौमतीनगर में रच रहा था खेल

सौरभ गौमतीनगर में लखनऊ में रहकर खुद को IAS अफसर बताने लगा और उसकी पत्नी भी इंजीनियर थी पर उसे IAS का रुतबा चाहिए था और इसीलिए उसने खुद को कभी केंद्र सरकार का सचिव, कभी कैबिनेट स्पेशल सेक्रेटरी, तो कभी शहरी और ग्रामीण विकास विभाग का सचिव बताना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे लोगों को शक नहीं हुआ और वह ठगी के धंधे में उतर गया.

सरकारी ठेकों के नाम पर ठगी

फर्जी IAS बनकर सौरभ ने सरकारी ठेकों के नाम पर करोड़ों की ठगी शुरू कर दी और लोग उसकी बातों में आ जाते क्योंकि वह हर समय सरकारी स्टाइल में पेश आता है और कभी सरकारी प्रोग्राम में घुस जाता तो कभी खुद को किसी बड़े अफसर से जोड़कर दिखाता और फर्जी ID, फर्जी documents और fake email address का इस्तेमाल करता फिर उसने .nic.in की एक मेल आईडी बना ली थी जिससे वो लोगों को official touch देकर धोखा देता.

लग्जरी गाड़ियों और PA का जलवा

रौब जमाने के लिए सौरभ ने 6 luxury cars खरीदीं और यही नहीं उसने एक PA भी रख लिया था जो उसके लिए ईमेल करता और reply करता. PA का काम था लोगों को भरोसे में लेना और उसकी fake image को मजबूत करना. PA और लग्जरी लाइफस्टाइल देखकर कोई भी समझ नहीं पाता कि यह बंदा नकली IAS है.

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कैसे पकड़ा गया Fake IAS Caught in UP

कहावत है कि अपराधी चाहे कितना भी चालाक हो, एक गलती उसे पकड़वा ही देती है और यही हुआ सौरभ त्रिपाठी के साथ और बुधवार को वजीरगंज पुलिस ने routine checking के दौरान उसकी कार रोकी और कागज मांगने पर उसने पुलिसवालों को धमकी दी और कहा कि वह उनकी छुट्टी करवा देगा और यहीं से पुलिस को शक हुआ और उसे थाने ले जाया गया और जांच शुरू हुई. धीरे-धीरे उसकी पूरी पोल खुल गई. असली पुलिस के सामने उसका नकली रौब टिक नहीं पाया और Fake IAS Caught in UP का सच सामने आ गया.

अच्छे परिवार से था लेकिन लालच बढ़ा

सौरभ के पिता रिटायर्ड डॉक्टर हैं, यानी परिवार की स्थिति अच्छी थी और खुद इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और पत्नी भी इंजीनियर है. फिर भी IAS बनने की चाहत ने उसे गलत रास्ते पर धकेल दिया. उसने अपनी education और background का इस्तेमाल लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए किया.

यूपी से बिहार तक फैला ठगी का जाल

सौरभ ने ठगी का दायरा सिर्फ यूपी तक सीमित नहीं रखा है और वह बिहार और आसपास के राज्यों में भी IAS बनकर घूमता रहा और कभी सरकारी ठेका दिलवाने का झांसा देता तो कभी transfer-posting कराने का दावा करता और सरकारी प्रोग्राम में घुसकर फोटो खिंचवाता और उसी का इस्तेमाल अपने influence दिखाने में करता.

सोशल मीडिया और रौब का खेल

आज के digital time में social media भी ठगों का हथियार बन जाता है और सौरभ ने भी अपनी fake identity को मजबूत करने के लिए यही रास्ता अपनाया फिर सरकारी गाड़ियों में घूमते हुए फोटो डालता और बड़े अफसरों के साथ खड़ा होकर pictures खिंचवाता और धीरे-धीरे उसकी image इतनी मजबूत हो गई कि लोग उसे सच मान बैठे पर आखिरकार Fake IAS Caught in UP के नाम से उसकी असलियत सामने आ गई.

पुलिस जांच में हो रहा खुलासा

पुलिस ने जांच में पाया कि उसके पास 6 luxury cars थीं और फर्जी मेल आईडी और कई फर्जी documents मिले हैं और अब यह भी पता लगाया जा रहा है कि उसने कितने लोगों से ठगी की और कितने पैसे बनाए हैं और पुलिस ने साफ कहा है कि ऐसे लोगों से सावधान रहना जरूरी है, क्योंकि उनका पहला हथियार होता है रौब और दिखावा.

रौब और दिखावे से बचें

इस पूरे मामले से एक बड़ा सबक मिलता है की समाज में fake IAS या fake officer बनकर ठगी करने वाले लोग सिर्फ दिखावे से कामयाब होते हैं और लग्जरी गाड़ियां, PA और सरकारी स्टाइल देखकर लोग धोखा खा जाते हैं पर असली पहचान हमेशा कानून और असली documents से ही होती है.

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