हिमाचल में बर्फबारी ने बनाया ‘सफेद क्रिसमस’, लेकिन मुश्किलें भी साथ लाईं
हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल शिमला और मनाली इस समय बर्फ की चादर में लिपटे हुए हैं, जिसने इन जगहों को एक अद्भुत सफेद स्वर्ग में बदल दिया है। इसी तरह, जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भी ताजा बर्फबारी के साथ तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे चला गया है। क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान इन जगहों पर आए पर्यटकों के चेहरे पर जहां खुशी दिख रही है, वहीं बर्फबारी ने वाहनों और सड़कों के लिए परेशानी भी खड़ी कर दी है।

शिमला और मनाली: बर्फीला स्वर्ग
शिमला और मनाली जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर इस साल क्रिसमस को ‘सफेद क्रिसमस’ के रूप में देखा जा रहा है। बर्फबारी का यह दृश्य पर्यटकों के लिए बेहद आकर्षक है। सोशल मीडिया पर शिमला और मनाली की बर्फ से ढकी तस्वीरें छाई हुई हैं। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि शुक्रवार शाम से रविवार दोपहर तक हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों, खासतौर पर शिमला, में बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी।
शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एम.के. सेठ के अनुसार, बर्फबारी के कारण होटल बुकिंग में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जिससे शिमला के होटलों में 70 प्रतिशत से अधिक ऑक्यूपेंसी देखी गई है।
हिमाचल में बंद सड़कों की समस्या
बर्फबारी से जहां पर्यटकों को सर्दी का आनंद मिल रहा है, वहीं हिमाचल प्रदेश में 223 से अधिक सड़कों को बंद करना पड़ा है, जिनमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं। इनमें अटारी-लेह मार्ग, कुल्लू जिले का संज-ऑट मार्ग और लाहौल-स्पीति जिले में ग्राम्फू का मार्ग प्रमुख हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व और आपदा प्रबंधन) ओंकार शर्मा ने बताया कि अटल सुरंग के पास फंसे सैकड़ों वाहनों के पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया। उन्होंने पर्यटकों से प्रशासन और स्थानीय लोगों की सलाह मानने और बर्फीली सड़कों पर गाड़ी चलाने से बचने की अपील की।
शिमला में सबसे ज्यादा 145 सड़कों के बंद होने की सूचना है, जबकि कुल्लू में 25 और मंडी में 20 सड़कें बंद हुईं। बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है, क्योंकि 356 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर में भीषण ठंड
जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में भी ताजा बर्फबारी हुई है। श्रीनगर का न्यूनतम तापमान -6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पहलगाम -7.8 डिग्री और गुलमर्ग -7.4 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा रहा।
‘चिल्लई-कलां’ की अवधि, जो कि सर्दियों का सबसे कठोर समय माना जाता है, 21 दिसंबर से शुरू हो चुकी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है।
पर्यटकों के लिए सलाह
पर्यटन विभाग और प्रशासन ने पर्यटकों से बर्फबारी के दौरान सावधानी बरतने और सड़कों पर फिसलन के कारण सतर्क रहने की सलाह दी है। बर्फ हटाने के लिए 268 मशीनें और दो स्नो ब्लोअर तैनात किए गए हैं।
निष्कर्ष
इस बार का ‘सफेद क्रिसमस’ हिमाचल और कश्मीर के लिए यादगार साबित हो रहा है। हालांकि, पर्यटकों को बर्फबारी का आनंद लेने के साथ-साथ सुरक्षा और प्रशासनिक निर्देशों का पालन भी करना होगा।