शुक्रवार को कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ संसद में हुई झड़प के मामले में दर्ज पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) केवल एक “ध्यान भटकाने वाला कदम” है। यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीआर आंबेडकर पर दिए गए बयान के खिलाफ राहुल गांधी के सख्त विरोध का परिणाम है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “राहुल गांधी जी के खिलाफ एफआईआर केवल एक ध्यान भटकाने वाला कदम है, जो उनके द्वारा बाबासाहेब की विरासत की रक्षा करने के प्रयासों के खिलाफ है। उनके खिलाफ ऐसा मामला दर्ज होना हमारे लिए गर्व की बात है। वैसे भी, राहुल जी पहले से ही बीजेपी की राजनीतिक प्रतिशोध नीति के तहत 26 एफआईआर का सामना कर रहे हैं। यह नई एफआईआर न तो उन्हें और न ही कांग्रेस को जातिवादी आरएसएस-बीजेपी सरकार के खिलाफ खड़े होने से रोक सकेगी।”
इसके अलावा, वेणुगोपाल ने सवाल उठाया कि जहां दिल्ली पुलिस ने बीजेपी सांसदों की शिकायत पर राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, वहीं कांग्रेस की महिला सांसदों की शिकायत पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को संसद में हुई झड़प के मामले में राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें दो बीजेपी सांसद घायल हुए थे। बीजेपी ने राहुल गांधी पर “शारीरिक हमला और उकसाने” का आरोप लगाते हुए संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई। यह शिकायत बीजेपी सांसद हेमांग जोशी ने दर्ज कराई, जिसमें उनके साथ बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और बंसुरी स्वराज भी मौजूद थे।
राहुल गांधी पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 117 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 125 (जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना), 131 (आपराधिक बल का उपयोग), 351 (आपराधिक धमकी) और 3(5) (सामूहिक इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कांग्रेस ने भी इसी थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि बीजेपी नेताओं ने उनके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ दुर्व्यवहार किया और उनके खिलाफ “हमला, गंभीर चोट और मारपीट” की धाराओं में एफआईआर की मांग की।
संसद में झड़प
गुरुवार को संसद में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बाद झड़प की घटना सामने आई। इस घटना में दो बीजेपी सांसद घायल हो गए और एक महिला सांसद ने दावा किया कि उन्हें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा डराया-धमकाया गया।
कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी का रास्ता रोका और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का दिया, जिससे उनके घुटने में चोट लगी।
यह विवाद संसद के मकर द्वार के पास हुआ, जो सांसदों के लिए आरक्षित प्रवेश और निकास द्वार है। इस दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) के सदस्य गृह मंत्री अमित शाह के बीआर आंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।