प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में प्रसिद्ध अमेरिकी यूट्यूबर और AI शोधकर्ता Lex Fridman के पॉडकास्ट में हिस्सा लिया। चर्चा के दौरान उनसे फुटबॉल की सबसे बड़ी बहस पर सवाल किया गया – लियोनेल मैसी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, डिएगो मराडोना और पेले में से सबसे महान खिलाड़ी कौन है?
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पीएम मोदी का जवाब – पीढ़ियों का बदलता नजरिया
मोदी ने अपने जवाब से यह साबित कर दिया कि उन्हें फुटबॉल की गहरी समझ है। उन्होंने कहा –
“1980 के दशक में मराडोना सबसे बड़ा नाम था। उस दौर के लिए वह असली नायक थे। अगर आज की पीढ़ी से पूछें, तो वे बिना संकोच लियोनेल मैसी का नाम लेंगे।”
मराडोना – 80 के दशक का नायक
- अर्जेंटीना के डिएगो मराडोना को दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉलरों में गिना जाता है।
- उन्होंने 1986 फीफा वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना को चैंपियन बनाया।
- इंग्लैंड के खिलाफ ‘हैंड ऑफ गॉड’ गोल और ‘गोल ऑफ द सेंचुरी’ आज भी फुटबॉल इतिहास के सबसे चर्चित पलों में से एक हैं।
लियोनेल मैसी – आधुनिक फुटबॉल का सितारा
- मैसी को मराडोना का उत्तराधिकारी माना जाता है।
- उन्होंने 2022 FIFA वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना को जीत दिलाई।
- उनके नाम 2 कोपा अमेरिका, एक ओलंपिक गोल्ड मेडल और अनगिनत रिकॉर्ड दर्ज हैं।
फुटबॉल की महानतम बहस खत्म?
पीएम मोदी के बयान से यह साफ है कि हर पीढ़ी का अपना नायक होता है। 1980 के दशक में मराडोना ने दुनिया को मोहित किया, तो आज मैसी को लोग महानतम खिलाड़ी मानते हैं। हालांकि, फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह बहस शायद कभी खत्म नहीं होगी!