पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक यात्री ट्रेन को आतंकियों ने हाईजैक कर लिया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 16 आतंकियों को मार गिराया और 104 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया। हालांकि, अभी भी कुछ बंधकों को आतंकियों द्वारा पहाड़ों में ले जाने की खबर है, जिन्हें छुड़ाने के लिए ऑपरेशन जारी है।
ALSO READ – अमेरिका vs भारत: टैरिफ पर फिर बढ़ा विवाद!

कैसे हुआ ट्रेन हाईजैक?
ALSO READ – कोहली-रोहित को हल्के में मत लो! वॉटसन ने दिया चेतावनी
जाफर एक्सप्रेस, जो 400 यात्रियों को लेकर क्वेटा से पेशावर जा रही थी, को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों ने गुडालार और पीरू कुनरी की पहाड़ियों के पास एक सुरंग में रोक लिया।
- आतंकियों ने ट्रेन के 9 डिब्बों को कब्जे में ले लिया।
- कुछ यात्रियों को बंधक बनाकर पहाड़ों की ओर ले जाया गया।
- पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच भारी गोलीबारी और धमाके हुए।
104 यात्रियों को निकाला गया, ऑपरेशन जारी
सुरक्षा बलों ने 104 यात्रियों को बचाया, जिनमें 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं।
- इन्हें सुरक्षित मच (बलूचिस्तान के कच्छी जिले का एक कस्बा) भेज दिया गया।
- पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी भी कुछ यात्रियों को छुड़ाने का अभियान जारी है।
- आतंकी छोटे-छोटे समूहों में बंटकर भागने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरंग को पूरी तरह घेर लिया गया है।
रेलवे स्टेशन पर आपातकालीन डेस्क स्थापित
घटना के बाद पाकिस्तान रेलवे ने पेशावर और क्वेटा रेलवे स्टेशनों पर आपातकालीन डेस्क स्थापित किए हैं, ताकि यात्री और उनके परिजन जानकारी ले सकें।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी तारीक महमूद ने लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर विश्वास न करें।
बलूचिस्तान में ट्रेन पर यह पहला हमला नहीं
बलूचिस्तान में ट्रेनों पर हमले नई बात नहीं हैं।
- नवंबर 2024 में भी क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए और 62 घायल हुए थे।
- इस हमले के बाद रेलवे सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया था।
अब सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां इस खतरे से निपटने के लिए कोई ठोस रणनीति बनाएंगी?