मौसम बदला नहीं कि बुखार चढ़ गया? अब जान लो असली वजह

By Shiv

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बुखार

बारिश आए या सर्दी जाए या गर्मी तेज हो जैसे ही मौसम में बदलाव आता है तो बहुत से लोग बुखार, जुकाम, सिरदर्द और कमजोरी से परेशान हो जाते हैं और इसे ही आम भाषा में हम कहते हैं मौसमी बुखार और ये बुखार कोई एक virus से नहीं होता बल्कि कई तरह के वायरस या बैक्टीरिया से मिलकर इसे trigger करते हैं.

इस बुखार के पीछे कौन-कौन से कारण होते हैं

  1. weather fluctuation – दिन में तेज धूप और रात में ठंडी हवा शरीर को confuse कर देती है जिससे immune system कमजोर हो जाता है
  2. humidity और infection – बारिश या उमस के मौसम में बैक्टीरिया और वायरस जल्दी फैलते हैं
  3. खराब lifestyle – फास्ट फूड, नींद की कमी, पानी कम पीना वस ये सब शरीर की ताकत को धीरे-धीरे खत्म कर देते हैं
  4. गंदगी और सफाई की कमी – बरसात में नालियों का ओवरफ्लो, घरों में सीलन ये सब बीमारियों की entry करवाते हैं
  5. direct exposure – पसीने में भीगकर AC में जाना या बारिश के बाद गीले कपड़ों में घूमना वस ऐसे काम सीधे बुखार का कारण बनते हैं

इसके लक्षण क्या होते हैं?

मौसमी बुखार के symptoms धीरे-धीरे शुरू होते हैं और शुरुआत में थकान लगती है और फिर शरीर भारी लगने लगता है और फिर आते हैं ये संकेत –

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  • हल्का या तेज बुखार
  • गले में खराश
  • नाक बहना या बंद होना
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • कभी-कभी खांसी या उल्टी

ये कोई normal बुखार होता है या कुछ serious?

हर बुखार मौसमी नहीं होता पर अगर बुखार 3–4 दिन से ज्यादा रहे और बार-बार चढ़े-उतरे तो शरीर में पानी की कमी हो जाए या सांस लेने में तकलीफ हो तो ये dengue, typhoid या flu का भी संकेत हो सकता है इसलिए जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से मिलना जरूरी होता है.

घरेलू नुस्खे जो असली काम करते हैं

हर बार दवा खाना सही नहीं होता पर कुछ देसी तरीके सच में असरदार होते हैं

  • तुलसी की पत्तियां उबालकर पीना
  • गुनगुना पानी दिनभर पीते रहना
  • हल्दी वाला दूध रात में
  • अजवाइन का काढ़ा
  • अदरक और शहद का सेवन
  • पैर में गरम पानी से सेंक और ये remedies fever को naturally control करने में मदद करते हैं.

इलाज के लिए क्या करें?

  1. fever 101°F से ज्यादा हो तो paracetamol लें, लेकिन बिना doctor के consult किए कोई antibiotics न लें
  2. शरीर को आराम देना वहुत जरूरी है ज़्यादा काम या mobile या देर रात तक जागना बुखार को बढ़ा देता है
  3. खाना हल्का और digestible हो जैसे खिचड़ी, दलिया, सूप
  4. hydration सबसे बड़ा इलाज है तो ORS, नींबू पानी, नारियल पानी जरूर लें
  5. जरूरत हो तो blood test करवाएं तो ताकि ये साफ हो जाए कि dengue या flu तो नहीं

इस बुखार से कैसे बचा जा सकता है ?

  • मौसम बदलते ही गर्म कपड़े या umbrella रखना शुरू करें
  • बाहर की तली-भुनी चीजें avoid करें
  • immunity strong रखने के लिए seasonal फल खाएं
  • साफ-सफाई रखें घर में और नाखूनों में और पानी में
  • बारिश में भीगने के बाद तुरंत सूखे कपड़े पहनें और बाल सुखा लें

मौसमी बुखार कोई नई बीमारी नहीं है पर इसे हल्के में भी लेना सही नहीं है और ये एक संकेत है कि आपका शरीर आपको बता रहा है तो अब रुक जाओ, थोड़ा ध्यान दो और थोड़ी समझदारी और कुछ देसी तरीके और सही समय पर इलाज से आप इस बुखार से बच सकते हैं पर अगर आप भी मौसम बदलते ही बीमार पड़ जाते हैं तो अब वक्त आ गया है की prevention को priority देने का और health को lightly मत लो क्योंकि जब तक body साथ नहीं देगी तो कोई काम ढंग से नहीं हो पाएगा.

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