मलेरिया भारत में हर साल लाखों लोगों को बीमार करता है। जानिए मलेरिया के लक्षण, कारण और बचाव के आसान तरीके, ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रहें
मलेरिया क्या है
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो मच्छरों से फैलती है और खासकर बारिश के मौसम में गंदा पानी जमा होने पर मलेरिया का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है और यह बीमारी Anopheles नाम के मच्छर के काटने से होती है और जिसमें Plasmodium parasite मौजूद होता है और जब यह मच्छर इंसान को काटता है तो parasite खून में पहुंच जाता है और बुखार, ठंड लगना और कमजोरी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं और मलेरिया सिर्फ छोटे कस्बों या गाँवों तक सीमित नहीं है वलिकी यह शहरों में भी यह बहुत तेजी से फैलता है.
यह भी पढें – Viral Fever और Jhukham बदलते मौसम में सबसे common health issue
मलेरिया के लक्षण
मलेरिया का सबसे आम symptom है तेज बुखार जो की बार-बार आता-जाता रहता है और इसके साथ ही मरीज को कंपकंपी, सिरदर्द, पसीना आना, बदन दर्द और उल्टी जैसा महसूस हो सकता है पर कई बार मलेरिया में शरीर इतना कमजोर हो जाता है कि normal काम भी मुश्किल लगने लगता है और अगर इलाज देर से शुरू हो तो मलेरिया खतरनाक रूप भी ले सकता है और जान का जोखिम बढ़ सकता है.
मलेरिया होने के कारण
मलेरिया का सबसे बड़ा कारण गंदे पानी में पनपने वाले मच्छर हैं और नालियों, पुराने टायर, टूटे हुए गमले या खुले गड्ढों में पानी रुकने से मच्छर पैदा होते हैं और यही मच्छर मलेरिया फैलाते हैं और अगर आसपास सफाई ना हो तो मलेरिया का खतरा और बढ़ जाता है और यही वजह है कि मलेरिया को monsoon disease भी कहा जाता है.
मलेरिया का इलाज
मलेरिया का इलाज डॉक्टर की सलाह से Anti-malarial दवाइयों के जरिए किया जाता है और ज्यादा देर करने पर यह बीमारी liver और kidney तक असर डाल सकती है और इसलिए जैसे ही तेज बुखार के साथ ठंड लगना और पसीना आने लगे, तुरंत जांच करानी चाहिए.
मलेरिया से बचाव
मलेरिया से बचने का सबसे आसान तरीका है मच्छरों से दूरी बनाना और रात में सोते समय mosquito net का इस्तेमाल करें व घर के कोनों में मच्छर मारने वाली spray छिड़कें और गंदे पानी को जमा विल्कुल ना होने दें और बच्चों और बुजुर्गों को मलेरिया से ज्यादा खतरा रहता है इसलिए उनकी extra care करना जरूरी है.
मलेरिया क्यों है खतरनाक
मलेरिया को हल्के में लेना बड़ी गलती हो सकती है WHO की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लाखों लोग मलेरिया की वजह से अस्पताल पहुँचते हैं और कई की मौत भी हो जाती है पर यह बीमारी गरीब से अमीर, शहर से गाँव – हर किसी को प्रभावित करती है इसलिए मलेरिया से बचना ही सबसे अच्छा इलाज है.