भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी का जवाब पूरी सख्ती से दिया है बता दें ट्रंप ने रूस के साथ भारत की नजदीकियों पर सवाल उठाए थे और इसके बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साफ कह दिया कि भारत किससे क्या खरीदेगा यह फैसला भारत खुद करता है और इसमें कोई बाहरी दखल नहीं चलेगा.
भारत-रूस दोस्ती पर उठे सवालों का जवाब
Randhir Jaiswal ने कहा कि भारत और रूस के रिश्ते वक्त की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं और यह कोई तात्कालिक समझौता नहीं बल्कि दशकों पुरानी मजबूत और भरोसेमंद साझेदारी है और इसे किसी तीसरे देश के नजरिये से देखना ठीक नहीं होगा
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रक्षा सौदे को हों या फिर तेल का फैसला इंडिया का ही होगा
जब रूस से हथियार पर सवाल पूछा तो विदेश मंत्रालय का जवाब बिल्कुल साफ था की भारत अपनी national security को देखकर फैसला करता है और कोई देश हमें नहीं बताएगा कि हम कौन-सी missile खरीदें और कौन-सी नहीं क्योकी रक्षा नीति को लेकर कोई confusion नहीं है.
ट्रंप के Dead Economy वाले बयान पर भी जवाब
Donald Trump ने भारत की economy को dead बताकर बयान दिया था की इस पर भी भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है जायसवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच deep democratic values और strategic partnership है.
Russian oil पर क्या बोला विदेश मंत्रालय
Russia से तेल आयात पर भी सवाल उठा और जवाब में कहा गया कि भारत अपनी energy needs के हिसाब से फैसला करता है. औरआज भी रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है बता दें भारत के कुल तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी करीब 35 से 40 प्रतिशत है यानी हम वही लेंगे जो हमें सस्ता और फायदे का लगेगा. और इरान के साथ व्यापार करने वाली कुछ भारतीय कंपनियों पर अमेरिका की नाराजगी सामने आई थी और इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत इस मुद्दे को review कर रहा है और साथ ही हालात की बारीकी से जांच हो रही है पर यह साफ है कि फैसला भारत का ही रहेगा.







