📌 हिंदू संगठनों ने किया विरोध, प्रशासन ने खुफिया जांच के दिए आदेश
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में हर साल आयोजित होने वाले सैय्यद सालार मसूद गाजी मियां मेले को लेकर विवाद गहरा गया है। हिंदू जागरण मंच और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने मेले पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है, आरोप है कि यहां धर्म परिवर्तन और महिलाओं को बहलाने की गतिविधियां चलाई जाती हैं।
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📜 क्या है पूरा मामला?
- हिंदू संगठनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन भदोही के जिलाधिकारी विशाल सिंह को सौंपा है।
- उनका आरोप है कि यह मेला लव जिहाद और धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देता है, इसलिए इसे तत्काल बंद किया जाना चाहिए।
- हिंदू जागरण मंच ने चेतावनी दी है कि अगर इस आयोजन पर रोक नहीं लगी, तो वे बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
- प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खुफिया जांच के आदेश दिए हैं, ताकि सही तथ्यों का पता लगाया जा सके।
📍 प्रशासन का बयान – बिना सबूत रोक नहीं लगेगी!
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भदोही के DM विशाल सिंह ने कहा कि –
“बगैर पुख्ता सबूतों के किसी भी धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। खुफिया टीमों को जांच का आदेश दिया गया है, अगर आरोप सही पाए गए तो उचित कार्रवाई की जाएगी।”
- प्रशासन के अनुसार, मेला हर साल मर्यादपट्टी क्षेत्र में आयोजित होता है, लेकिन हिंदू संगठनों का दावा है कि गाजी मियां की मजार अवैध रूप से बनी हुई है।
- इस मुद्दे पर समाज में बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन मई महीने में होने वाले मेले पर अंतिम फैसला लेगा।
🗣️ हिंदू संगठनों का बयान
रामेश्वर सिंह (हिंदू जागरण मंच जिला संयोजक):
“गाज़ी मियां का महिमामंडन नहीं होना चाहिए, यह हमारी आस्था के खिलाफ है। हमें इस मेले पर प्रतिबंध चाहिए।”
पंकज (RSS जिला धर्म जागरण संयोजक):
“अगर प्रशासन ने इसे रोका नहीं, तो हम इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।“
🚨 क्या होगा आगे?
भदोही में धार्मिक-सामाजिक तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए प्रशासन शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है। अब सबकी नजरें खुफिया रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो यह तय करेगी कि मेला होगा या नहीं।