अलीगढ़ से फर्जी IPS गिरफ्तार: 10 लाख की ठगी और 5 राज्यों में दर्ज केस

By Vipin Singh

Published on:

IPS

अलीगढ़ से फर्जी IPS अधिकारी गिरफ्तार, उड़ीसा का आरोपी डॉक्टर से 10 लाख रुपये और गहने ठगकर फरार हो गया था. आरोपी के खिलाफ 5 राज्यों में 10 मुकदमे दर्ज हैं

शातिर ठग को दबोचा

अलीगढ़ पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को दबोचा है जिसने खुद को IPS अधिकारी और CID अफसर बताकर कई जगह ठगी की है और इस फर्जी IPS ने अलीगढ़ में एक ऑर्थो डॉक्टर के क्लिनिक पर धावा बोला और डॉक्टर के पिता को धमकाकर 10 लाख रुपये और गहने वसूल लिए फिर पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि आरोपी के खिलाफ 5 राज्यों में 10 से ज्यादा मुकदमे पहले से दर्ज हैं और यह लंबे समय से फरारी काट रहा था और अब पुलिस ने इसे पकड़कर जेल भेज दिया है.

यह भी पढें – UP इंटरनेशनल Trade Show : एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में शुरू, फ्री एंट्री पूरी जानकारी 2025

मामला कैसे सामने आया

यह पूरा मामला देहलीगेट थाना क्षेत्र का है बता दें की यहां जलालपुर के प्रिंस रोड पर रहने वाले योगेंद्र प्रसाद जो की FCI से रिटायर्ड कर्मचारी हैं व उनके बेटे डॉ. सचिन का क्लिनिक “सचदेव क्लिनिक” जलालपुर रोड पर चलता है वह 6 सितंबर को डॉ. सचिन दिल्ली गए हुए थे और उस वक्त क्लिनिक पर उनके पिता बैठे थे फिर तभी एक शख्स सूट-बूट पहनकर वहां आया और खुद को CID का IPS अधिकारी बताया और उसने क्लिनिक का गेट बंद करवा दिया और डॉक्टर के पिता को धमकाते हुए कहा कि “तेरा बेटा खूब पैसा कमा रहा है और अब इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा.”

घरवाले IPS की धमकी से डरे पिता को आरोपी ने 10 लाख रुपये नकद और घर की महिलाओं के गहने देने पर मजबूर कर दिया. इतना पैसा लेने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया.

पुलिस को कैसे मिला सुराग

जैसे ही मामला सामने आया तो पीड़ित ने तुरंत थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई और फिर पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो आरोपी की तस्वीर साफ हो गई फिर इसी सुराग के आधार पर पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं और लगातार उस IPS की तलाश शुरू हुई और जांच में सामने आया कि आरोपी स्मिथ सेठी, पुत्र अभिराम सेठी, निवासी नयापल्ली उड़ीसा से है और यह व्यक्ति पहले भी कई राज्यों में फर्जी अधिकारी बनकर ठगी कर चुका है.

आरोपी के खिलाफ दर्ज पुराने केस

पुलिस रिकॉर्ड में खुलासा हुआ कि इस IPS आरोपी के खिलाफ न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि 5 अलग-अलग राज्यों में भी केस दर्ज हैं. करीब 10 से ज्यादा मुकदमे ठगी और फर्जीवाड़े के चलते इसके नाम पर दर्ज हैं. आरोपी हर बार खुद को बड़ा अधिकारी बताकर लोगों को डराता और उनसे मोटी रकम ठग लेता.

गिरफ़्तारी और आगे की कार्रवाई

लगातार निगरानी और तकनीकी सर्विलांस के बाद पुलिस ने आरोपी को अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह लंबे समय से खुद को CID और IPS अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में ले रहा था और पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है और अब बाकी राज्यों की पुलिस को भी सूचना दी जा रही है ताकि वहां के केसों में भी कार्रवाई हो सके.

पीड़ित परिवार

डॉ. सचिन के पिता योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि आरोपी IPS की धमकियों से वह इतने डर गए थे कि उन्होंने बिना कुछ सोचे समझे 10 लाख रुपये और गहने दे दिए और उन्हें यह डर था कि कहीं उनके बेटे पर झूठा केस दर्ज न हो जाए या उसका करियर बर्बाद न हो जाए तो परिवार का कहना है कि पुलिस की तत्परता से उन्हें राहत मिली है नही तो वरना आरोपी न जाने और कितनों को शिकार बना लेता.

यह भी पढें – CM युवा उद्यमी योजना: 5 लाख का ब्याज फ्री लोन ऐसे मिलेगा आवेदन शुरू

लोगों के लिए सबक

यह IPS वाला मामला सिर्फ एक डॉक्टर के परिवार तक सीमित नहीं है बल्कि उन आम जनता के लिए चेतावनी है जो कई बार लोग वर्दी, ID कार्ड या बड़े-बड़े नाम सुनकर डर जाते हैं और ठग आसानी से उन्हें लूट लेते हैं और ऐसे हालात में सबसे पहले पुलिस की मदद लेनी चाहिए और बिना जांचे-परखे किसी भी अज्ञात व्यक्ति को पैसे नहीं देने चाहिए.

अलीगढ़ से फर्जी IPS

अलीगढ़ से फर्जी IPS की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है और इस शातिर ठग ने न केवल 10 लाख की ठगी की बल्कि कई राज्यों में लोगों को अपना शिकार बनाया और अब पुलिस इस पर कड़ी कार्रवाई कर रही है और उम्मीद है कि बाकी राज्यों के केस भी सामने आएंगे. इस घटना से साफ है कि ठगी करने वाले अपराधी अपने हथकंडे बदलते रहते हैं और आम लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है.

Leave a Comment