कानपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां पर 36 वर्षीय एक युवक ने बेंगलुरु की एक पान मसाला कंपनी के अधिकारियों द्वारा दी गई मानसिक प्रताड़ना को सहन करने की क्षमता छोड़कर आत्महत्या कर ली मरने वाले अमितनाथ मिश्रा ने दो पन्ने लंबा सुसाइड नोट छोड़ा है जिनमें कंपनी के चार अधिकारियों के नाम लेकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
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जूते तक साफ करने को कहा गया
जूते साफ करवाए फिर मौत: एक भयावह कहानी
सुसाइड नोट में अमितनाथ ने लिखा है कि जब उन्होंने अपनी बकाया सैलरी मांगी तो कंपनी के अफसरों ने उन्हें जूते साफ करने की धमकी दी और उन्होंने यह भी लिखा कि झूठे आरोप लगाकर उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया और बार-बार अपमानित भी किया गया.
17 साल से कर रहे थे काम
Amitaminha Mishra ने पिछले 17 सालों से बेंगलुरु की एक पान मसाला कंपनी में मार्केटिंग का काम किया है और अप्रैल में जॉब से हटाए जाने के बाद वह 20 मई को कानपुर वापस आ गए थे और 8 जून की रात उन्होंने देवनगर स्थित अपने पैतृक आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
उस नोट में चार अधिकारियों पर सीधा आरोप
सुसाइड नोट में जिन अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगा है उनके नाम है
शशांक शुक्ला
पंकज भदौरिया
किशन तिवारी
नितेश शुक्ला
उन्होले लिखा कि इन लोगों ने मुझे इतना परेशान कर दिया कि अब आत्महत्या करने जा रहा हूं और मेरे इस कदम के लिए मेरा परिवार जिम्मेदार नहीं है.
इंसान जो अकेलेपन में टूटा
घटना के समय अमितनाथ घर में अकेले थे और पत्नी अनुजा अपने बच्चों पूर्वी और देवांश को लेकर मायके गई थीं पिता जब ड्यूटी से लौटे तो बेटे को फंदे पर लटका हुआ पाया पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
घरवालों से छुपाई नौकरी छूटने की बात
परिजनों के अनुसार अमितनाथ ने अपनी नौकरी छूटने की बात घर किसी को भी नहीं बताई थी और अंदर ही अंदर मानसिक तनाव इतना बढ़ गया कि उन्होनें यह खतरनाक कदम उठा लिया.
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने सुसाइड नोट को सबूत के रूप में जब्त कर लिया है और मृतक के परिजनों की तहरीर पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.