अब तक AI की दुनिया में OpenAI और Google का ही बोलबाला था पर जबसे चीन DeepSeek AI ने पूरा गेम ही बदल दिया है और DeepSeek AI एक Chinese tech company है जिसने हाल ही में language model की दुनिया में हलचल ही मचा दी है और लोग इसे Open Source ChatGPT alternative मान रहे थे यानी की ऐसा मॉडल जिसे कोई भी download करके अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है.
DeepSeek-V2 ने सबका ध्यान ऐसे खींचा
DeepSeek AI ने अपने पहले version के बाद अब DeepSeek-V2 को launch किया है और इसमें 236 billion tokens पर training हुई है यानी की मतलब knowledge की कोई कमी नहीं है और इस model में reasoning हो coding व translation और data handling जैसे कई काम बड़ी आसानी से किए जा सकते हैं. DeepSeek-V2 का performance कई benchmarks पर GPT-3.5 और Mistral जैसे बड़े models को टक्कर देता है और खास बात यह है कि यह model बहुत ही optimized है यानी कम resources में भी अच्छा output देता है.
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Open Source होने का असली मतलब क्या है?
Open Source का सीधा मतलब यह है कि आप इस AI model को freely use कर सकते हो फिर चाहो तो इसे fine-tune कर लो या अपने हिसाब से बदल लो या फिर इसे एकदम किसी नए काम में लगा दो और बड़ी tech companies अक्सर ऐसे models को बंद रखती हैं पर DeepSeek ने knowledge को सबके लिए खोल कर रख दिया है.
AI की coding और reasoning में भी है माहिर
DeepSeek AI सिर्फ text generation ही नहीं करता वल्की यह coding भी कर सकता है और Python हो या JavaScript जैसे languages में ये complex problems solve करता है और इसका reasoning engine strong है यानी यह सिर्फ रट्टा नहीं मारता अपना logic भी लगाता है. मतलब अगर आप कोई technical या tricky सवाल पूछते हो तो यह सोचकर जवाब देता है और यही बात इसको एक आम chatbot से बहुत अलग बनाती है.
भारत के लिए क्यों है ये खास?
भारत में AI का future बहुत बड़ा है पर problem यह है कि ज्यादातर high-quality AI tools विदेशी हैं और महंगे हैं पर वहीं DeepSeek जैसे open-source tools से छोटे शहरों व colleges और छोटे business वालों को भी AI use करने का अच्छा मौका मिलेगा और अब कोई भी बच्चा अपने गांव में बैठकर AI model पर काम कर सकता है.