झोलाछाप डॉक्टरों के लिए बड़ी खुशखबरी – 2 साल का CMS&ED देगा कानूनी मान्य हेल्थ वर्कर

By Shiv

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ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षों से बिना डिग्री सेवा देने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के लिए अब एक वैध और कानूनी रास्ता खुल गया है और 2 साल का CMS&ED कोर्स (Community Medical Services & Essential Drugs) अब उन्हें बना सकता है एक प्रशिक्षित और प्रमाणित फर्स्ट एड हेल्थ वर्कर.

आखिर क्यों है CMS&ED कोर्स इतना जरूरी

ग्रामीण भारत में डॉक्टरों की भारी कमी के कारण झोलाछाप चिकित्सक वर्षों से इलाज करते आ रहे हैं पर अब जब मेडिकल चेकिंग तेज हुई है और CMO स्तर पर बडी कार्रवाई होने लगी है तबसे ये कोर्स उनके लिए कानूनी कवच का काम करने लगा है.

  • CMS&ED कोर्स केवल 2 साल का ही मान्य है.
  • 1.5 साल वाले कोर्स पूरी तरह फर्जी और अवैध माने जाते हैं.
  • यह कोर्स फर्स्ट एड व बेसिक हेल्थ केयर देने की ट्रेनिंग देता है, जिससे कोई भी गंभीर उपचार नहीं बल्कि प्राइमरी देखभाल की अनुमति मिलती है

CMO चेकिंग के दौरान करें ये काम

झोलाछाप
CMS&ED कोर्स प्रतीकात्मक तस्वीर

स्वास्थ्य अधिकारियों की माने तो CMO या स्वास्थ्य विभाग की टीम जब ग्रामीण क्लिनिक की जांच करती है, तो सबसे पहले डॉक्टर से प्रमाण पत्र मांगती है ऐसे में रखे खास ख्याल

  • कोर्स का 2 साल का प्रमाण पत्र दिखाएं
  • कहें कि आप केवल प्राथमिक उपचार यानी First Aid ही देते हैं
  • संस्था या यूनिवर्सिटी से मिला रजिस्ट्रेशन नंबर जरूर बताएं

यदि ये दस्तावेज सही हैं तो CMO टीम क्लिनिक को बंद नहीं करती और जांच के बाद लौट जाती है.

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फर्जी निकला 1.5 साल का कोर्स, CMO चेकिंग में नहीं मिलेगा लाभ

CMS&ED कोर्स को लेकर कई जिलों में शिकायतें आने के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि 1.5 वर्ष का कोई भी CMS&ED कोर्स मान्य नहीं है और यदि कोई ग्रामीण चिकित्सक या स्वास्थ्य कार्यकर्ता ऐसा फर्जी कोर्स दिखाता है, तो CMO उसे अवैध मानते हुए क्लिनिक बंद करा सकते हैं और विभागीय कार्यवाही कर सकतें हैं.
वहीं दूसरी ओर, 2 साल का वैध कोर्स करने वाले चिकित्सकों को, यदि वे CMO की टीम को स्पष्ट रूप से बता देते हैं कि यह केवल फर्स्ट एड व प्राथमिक उपचार के लिए किया गया कोर्स है, तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.

जेल जाने से बचना है? तो केवल इन संस्थानों से करें कोर्स

नीचे दिए गए संस्थान से किया गया 2 वर्ष का CMS&ED कोर्स पूरी तरह मान्य और सुरक्षित है-

अगर उपरोक्त संस्थानों के अलावा किसी और संस्था से कोर्स करने को कहा जा रहा है, तो पहले उस संस्था की वैधता जांचें और किसी भी स्थिति में 1.5 साल वाला कोर्स स्वीकार्य नहीं है.

ग्रामीण डॉक्टरों के लिए यह कोर्स क्यों जरूरी है?

भारत के ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा सुविधाएं सीमित हैं। ऐसे में CMS&ED कोर्स करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता निम्न सेवाएं कानूनी रूप से दे सकते हैं:

  • प्राथमिक उपचार और फर्स्ट एड
  • BP, Sugar और हल्की जांचें
  • OTC (Over The Counter) दवाओं का प्रयोग
  • NGO या हेल्थ कैंप में Health Worker के रूप में सेवा कर सकते हैं

अगर आप झोलाछाप का टैग हटाकर एक कानूनी स्वास्थ्य कार्यकर्ता बनना चाहते हैं, तो आज ही दो साल का वैध CMS&ED कोर्स करें और फर्जी प्रमाणपत्र से बचें, नहीं तो आपको CMO कार्रवाई और कानूनी सजा का सामना करना पड़ सकता है.
सही कोर्स, सही संस्था और सही प्रमाणपत्र ही आपके भविष्य की गारंटी है.
जागरूक बनें, सुरक्षित इलाज दें और जेल जाने से खुद को बचाएं.

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