चोट लगने के बाद अगले दिन ज्यादा दर्द क्यों होता है? जानिए इस देसी साइंस को

By Shiv

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हम सबने कभी न कभी ऐसा जरूर महसूस किया है की जब अचानक कहीं चोट लगती है तो उसी वक्त हल्का-फुल्का दर्द होता है पर मजेदार बात यह है कि असली दर्द

हम सबने कभी न कभी ऐसा जरूर महसूस किया है की जब अचानक कहीं चोट लगती है तो उसी वक्त हल्का-फुल्का दर्द होता है पर मजेदार बात यह है कि असली दर्द तो अगले दिन शुरू होता है और वो भी ऐसा कि चलना-फिरना मुश्किल हो जाए पर अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? चोट तो पहले दिन लगी थी फिर body को late क्यों feel होता है? आइए इस पूरे सिस्टम को देशी भाषा में समझते हैं क्योंकि ये कोई rocket science नहीं है.

तुरंत दर्द कम क्यों होता है?

जब हमें चोट लगती है, तो सबसे पहले हमारा शरीर shock mode में चला जाता है यानी की मतलब body को पहले यह समझने में वक्त लगता है कि चोट कितनी गहरी है और इस दौरान हमारा nervous system कुछ chemical release करता है जैसे adrenaline कहते हैं और जो थोड़े समय के लिए दर्द को दबा देता है पर इसी वजह से शुरुआत में ज्यादा pain feel नहीं होता है.

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सूजन धीरे-धीरे बनती है

Body को जब समझ आता है कि अंदर कुछ damage हुआ है तो वह वहां repair शुरू कर देता है और इस repair process में white blood cells उस हिस्से में भेजे जाते हैं और उसके साथ ही वहां inflammation यानी सूजन आ जाती है पर यह swelling धीरे-धीरे बढ़ती है और tissues में दबाव डालती है और जिससे अगले दिन दर्द ज्यादा महसूस होता है.

microscopic tear और muscle damage

अगर चोट गिरने या टकराने की वजह से muscles पर आई है तो muscles के अंदर छोटे-छोटे फटाव (micro-tears) हो सकते हैं औप यह tears पहले दिन noticeable नहीं होते हैं पर जब body उन पर काम शुरू करती है तो next day stiffness और soreness बढ़ जाती है और इसी को डॉक्टरू भाषा में DOMS कहते हैं यानी Delayed Onset Muscle Soreness फिर दर्द शुरू होने लगता है और कभी – 2 यह वहुत बढ जाता है.

blood circulation और stiffness

चोट वाले हिस्से में blood flow थोड़ी देर के लिए कम हो जाता है पर जब body activate होती है और उस जगह पर ज्यादा blood पहुंचता है तो वहां सूजन और pressure बनने लगता है और यही pressure अगली सुबह stiffness और pain का कारण बनता है और खासकर अगर रात भर उस हिस्से को ज्यादा हिलाया नहीं गया हो और तो और कई बार painkiller या ice pack लगाने के बाद भी दूसरे दिन दर्द वापस आ जाता है और इसका reason यह है कि चोट की अंदरूनी healing में time लगता है और ऊपर से दबा हुआ दर्द धीरे-धीरे उभर कर आता है और body का immune system उसे process करता है इसलिए painkillers बस temporarily काम करते हैं.

दर्द कब चिंता का कारण बनता है?

अगर दर्द दो-तीन दिन से ज्यादा बना रहे या चोट वाली जगह ज्यादा सूज जाए या रंग बदल जाए (नीला-काला हो जाए) तो doctor को दिखाना जरूरी हो जाता है और यह किसी अंदरूनी fracture या blood clot का signal हो सकता है.

खुद को कैसे रखें safe?

  • चोट लगने के बाद R.I.C.E method अपनाएं यानी Rest, Ice, Compression, Elevation
  • ज्यादा pain हो तो Paracetamol जैसी simple दवा लें और बिना ज्यादा heavy painkiller के
  • अगर सूजन ना घटे तो हल्की-फुल्की movement या physiotherapy भी मदद कर सकती है
  • आराम करें लेकिन बहुत देर तक बिल्कुल static ना रहें

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