आगरा में policing को तेज और जवाबदेह बनाने के लिए पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने एक बड़ा कदम उठाया है जिसमें शहर के 15 थानों में जिम्मेदारियों का बदलाव किया गया है और कुछ पुराने अफसरों को क्लीन ब्रांच भेजा गया है तो कुछ नए चेहरों को भी मौके दिए गए हैं पर इस बदलाव के पीछे एक साफ मकसद हैवो है लोकल क्राइम पर पकड़ मजबूत करना और जनता से पुलिस का भरोसा फिर से जोड़ना.
कौन कहां गया? पूरी लिस्ट यहां देखिए
नया थाना | नया प्रभारी | पहले कहां थे |
---|---|---|
कोतवाली | भानु प्रताप सिंह | ट्रांस यमुना |
छत्ता | प्रमोद कुमार | अपराध छत्ता |
ट्रांस यमुना | रोहित कुमार | लोहामंडी |
मंटोला | देवकरण सिंह | — |
कमलानगर | सुनीत वर्मा | SOG नगर जोन |
किरावली | नीरज कुमार | पुलिस लाइन |
सैंया | निशांमक त्यागी | कमलानगर |
फतेहाबाद | धर्मेंद्र कुमार | कोतवाली |
बाह | सत्यदेव शर्मा | मंटोला |
खंदौली | हंसराज सिंह | शमशाबाद |
बसई अरेला | अभिषेक कुमार | एकता चौकी |
बासौनी | सत्येंद्र पाल सिंह | अपराध हरिपर्वत |
शमशाबाद | देवी प्रसाद तिवारी | फतेहाबाद |
कागरौल | अंकुर मलिक | सर्विलांस नगर |
लोहामंडी | बृजेश गौतम | छत्ता |
5 अफसर जो क्लीन ब्रांच में ट्रांसफर
इनमें से 5 अफसरों को क्लीन ब्रांच में भेजा गया है और क्लीन ब्रांच का सीधा मतलब है की वो यूनिट जहां से भ्रष्टाचार, लापरवाही और अंदरूनी गड़बड़ी पर नजर रखी जाती है यानि की जिनकी कार्यशैली में सुधार की जरूरत महसूस की गई, उन्हें यहां ट्रांसफर किया गया.
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बदलाव से सख्ती और सुधार
इस फेरबदल से तीन बड़े मकसद पूरे किए गए हैं
- जनता से पुलिस का रिश्ता मजबूत करना
- थानों में fresh energy और जिम्मेदारी लाना
- भ्रष्टाचार पर सीधी नजर रखना
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार चाहते हैं कि अब हर थाना स्थानीय समस्याओं को गंभीरता से सुने और जल्दी कार्रवाई करे और रिपोर्टिंग सिस्टम को और बेहतर बनाए.
ACP लेवल पर भी हुआ बड़ा चेंज
इससे पहले चार ACP सर्किल में भी बदलाव किया गया था:
- सदर ACP सुकन्या शर्मा अब सैंया सर्किल में पहुंच चुकी हैं
- एत्मादपुर के ACP पीयूषकांत राय को छत्ता सर्किल की जिम्मेदारी दी गई है यानि अब सिर्फ थाना ही नहीं बल्कि पूरा सर्किल सिस्टम नए officers की निगरानी में रहेगा.
क्या बदलेगी तस्वीर?
अगर नए थानाध्यक्ष ईमानदारी और एक्टिव अप्रोच से काम करते हैं तो
- पुराने मामलों की जांच में रफ्तार आएगी
- थाना लेवल पर जनता की शिकायतों पर तुरंत सुनवाई होगी
- अपराधियों पर सीधी कार्रवाई संभव होगी और यही उम्मीद हर बार रहती है पर अब जब थोक में ट्रांसफर हुए हैं तो बदलाव जमीनी स्तर पर दिखना भी चाहिए.