Bulandshahr Bribery Case 2025: दरोगा ने मांगे 5 लाख रुपये, आत्महत्या के केस को हत्या में बदलने की कोशिश

By Vipin Singh

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Bulandshahr Bribery Case 2025

Bulandshahr Bribery Case 2025 में रिश्वतखोरी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र में एक दरोगा पर आरोप है
कि उसने आत्महत्या के केस को हत्या में बदलने के लिए 5 लाख रुपये की मांग की और 1 लाख रुपये वसूल भी लिए

मामला का पूरा घटनाक्रम

Bulandshahr Bribery Case 2025 यह घटना अनूपशहर थाना क्षेत्र के सिरोरा बांगर गांव की है. यहां के रहने वाले आरिफ नाम के व्यक्ति ने बताया कि उनके 32 वर्षीय भाई नसीम का शव 14 सितंबर 2025 को पेड़ से लटका मिला था. परिवार का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी, क्योंकि नसीम के शरीर पर कई संदिग्ध चोट के निशान थे. और शुरू से ही परिजन पुलिस से हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

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दरोगा ने की 5 लाख रुपये की मांग

Bulandshahr Bribery Case 2025 में आरिफ ने बताया कि 16 अक्टूबर को गंगापुर चौकी के दरोगा ने उन्हें बुलाया. वहां उसने साफ-साफ कहा कि अगर वे इस केस को आत्महत्या से हत्या में बदलवाना चाहते हैं तो इसके लिए 5 लाख रुपये देने होंगे. मजबूर होकर परिवार ने एक लाख रुपये का इंतजाम किया और दरोगा को दे भी दिए, पर उसके बाद मामला वहीं ठंडे बस्ते में चला गया. दरोगा हर बार बाकी के पैसे मांगता रहा लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की.

पैसे लौटाने की बात पर दी धमकी

Bulandshahr Bribery Case 2025 में जब आरिफ ने दरोगा से कहा कि अगर रिपोर्ट नहीं लिखनी है तो पैसे वापस कर दो, तो उसने उल्टा धमकी दे दी. उसने कहा कि अगर ज्यादा बोले तो फर्जी मुकदमे में फंसा दूंगा और जेल भेज दूंगा. और आरिफ ने बताया कि परिवार बेहद डरा हुआ है और उन्हें अब पुलिस पर भरोसा नहीं रहा.

कांग्रेस नेता के साथ पहुंचे एसपी क्राइम के पास

Bulandshahr Bribery Case 2025 में पीड़ित आरिफ ने यह मामला कांग्रेस जिलाध्यक्ष जिया उर्रहमान को बताया, जिन्होंने उन्हें एसपी क्राइम नरेश कुमार से मिलवाया. उन्होंने पूरे मामले की शिकायत की और रिश्वत मांगने की बात विस्तार से बताई. आरिफ ने कहा कि उनके पास कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग भी है जिसमें दरोगा पांच लाख रुपये की मांग कर रहा है और यह भी कह रहा है कि इसमें कोतवाली प्रभारी समेत अन्य अफसरों का भी हिस्सा जाएगा.

ऑडियो सामने आने के बाद मचा हड़कंप

और जैसे ही यह ऑडियो वायरल हुआ, पूरे जिले में हड़कंप मच गया. Bulandshahr Bribery Case 2025 सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया. लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब पुलिस ही न्याय बेचने लगे तो आम जनता कहां जाए. कई स्थानीय लोगों ने कहा कि यह मामला केवल रिश्वत का नहीं बल्कि सिस्टम की नाकामी का है.

पुलिस विभाग की सफाई और जांच के आदेश

एसपी क्राइम नरेश कुमार ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच सीओ अनूपशहर को सौंपी गई है. और उन्होंने कहा कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और अगर आरोप सही पाए गए तो सख्त कार्रवाई होगी. पर हालांकि अभी तक आरोपी दरोगा के खिलाफ कोई औपचारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है.

गांव में फैला डर और गुस्सा दोनों

Bulandshahr Bribery Case 2025 में सिरोरा बांगर गांव में इस घटना के बाद माहौल तनावपूर्ण है. और ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस ही पैसे लेकर केस की दिशा तय करेगी तो गरीब इंसाफ कैसे पाएगा. पर कुछ लोगों ने कहा कि आरिफ के परिवार को सुरक्षा दी जानी चाहिए क्योंकि आरोपी दरोगा अब उन्हें धमकी दे सकता है.

नसीम की मौत पर अब भी है सवाल

नसीम की मौत आखिर आत्महत्या थी या हत्या, यह अभी भी साफ नहीं हो पाया है. और परिवार का कहना है कि नसीम किसी विवाद में नहीं था और उसका किसी से झगड़ा भी नहीं हुआ था. ऐसे में उसका पेड़ से लटकना संदिग्ध है. और वहीं, पुलिस ने अभी तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है, जिससे शक और गहरा गया है.

जनता का भरोसा फिर से पाने की चुनौती

Bulandshahr Bribery Case 2025 ने एक बार फिर पुलिस सिस्टम पर लोगों का भरोसा हिला दिया है. और लोग तो कह रहे हैं कि अगर ऐसे मामलों में पारदर्शिता नहीं आई तो लोग पुलिस के पास जाने से डरेंगे. और अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन इस केस में दरोगा के खिलाफ सख्त कदम उठाता है या यह मामला भी बाकी फाइलों की तरह ठंडा पड़ जाएगा.

वर्दी का गलत इस्तेमाल

इस पूरे Bulandshahr Bribery Case 2025 ने साबित कर दिया कि जब वर्दी का गलत इस्तेमाल होता है तो इंसाफ की राह और कठिन हो जाती है. जहाँ एक परिवार जो अपने भाई के लिए न्याय चाहता था, और उसे धमकी और रिश्वत की मांग दोनों झेलनी पड़ी. जनता अब चाहती है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और दोषी को सजा मिले, ताकि आगे कोई पुलिसकर्मी कानून को अपनी जेब में रखकर ना चले.

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