Facebook की दोस्ती में फंसे दरोगा साहब, महिला ने धमकी देकर ऐंठे 4 लाख रुपये जाने पूरी कहानी

By Vipin Singh

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मुरादाबाद में दरोगा अर्जुन सिंह Facebook की दोस्ती में फंस गए और महिला ने नौकरी और धमकी के बहाने 4 लाख रुपये ऐंठ लिए पढ़िए दरोगा और महिला के बीच हुई ठगी की पूरी कहानी

Facebook की दोस्ती से शुरू हुई मुसीबत

मुरादाबाद के दरोगा अर्जुन सिंह के लिए फेसबुक पर हुई एक दोस्ती बहुत महंगी साबित हुई और सोशल मीडिया पर शुरू हुई पहचान धीरे-धीरे ब्लैकमेलिंग और ठगी में बदल गई पर महिला ने दरोगा को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी और धीरे-धीरे उनसे चार लाख रुपये ऐंठ लिए और इस पूरे मामले में अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने महिला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और दरोगा फेसबुक दोस्ती ठगी का यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है.

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कैसे हुई दरोगा और महिला की पहचान

दरोगा अर्जुन सिंह उस समय बुध बाजार चौकी प्रभारी थे पर वर्ष 2022 में उन्हें Facebook पर एक महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली और पहले तो उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया, और दो महीने बाद वही रिक्वेस्ट दोबारा आई और इस बार उन्होंने स्वीकार कर ली। यहीं से दरोगा फेसबुक दोस्ती ठगी की शुरुआत हुई और महिला ने खुद को एक रेलवे कर्मचारी की जान-पहचान बताई और कहा कि उसने किसी को नौकरी के नाम पर पैसे दिए हैं जो अब वापस नहीं मिल रहे। दरोगा ने मदद करने की कोशिश की, लेकिन मामला वहीं खत्म हो गया.

धीरे-धीरे बढ़ा भरोसा, और शुरू हुआ खेल

साल 2023 में दरोगा का तबादला थाना छजलैट हो गया और कुछ समय बाद वही महिला फिर संपर्क में आई और उसने बताया कि वह मेरठ में अपने पिता के नाम से प्लॉट बेचना चाहती है और खुद को अकेली व असहाय बताया। दरोगा ने मानवीयता के नाते उसकी बात सुनी और अपने एक मित्र आकाश सक्सेना के साथ मेरठ जाकर प्लॉट भी देखा और इसी दौरान दोनों में बातचीत बढ़ी और दरोगा ने महिला पर भरोसा करना शुरू कर दिया.Facebook

अतीत जानने के बाद खुली आंखें

कुछ समय बाद दरोगा को जानकारी मिली कि यह वही महिला है जिसने पहले दिल्ली पुलिस में तैनात एक सिपाही पर झूठा दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था, जो जांच में फर्जी साबित हुआ और यह सुनकर दरोगा ने तुरंत दूरी बना ली और उसका नंबर ब्लॉक कर दिया पर यहीं से असली ठगी शुरू हुई क्योकी महिला ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने बात नहीं की तो वह झूठे आरोप लगाकर उनकी नौकरी छीन लेगी.Facebook

धमकी और पैसों की मांग का सिलसिला

दरोगा Facebook दोस्ती ठगी का यह मामला अब सीधा ब्लैकमेलिंग में बदल गया और महिला ने कहा कि उसकी तबीयत खराब है और इलाज के लिए पैसे चाहिए और नौकरी जाने के डर से दरोगा ने पहले दस हजार, फिर पंद्रह हजार और धीरे-धीरे करके कुल चार लाख रुपये तक दे दिए और हर बार वह नया बहाना बनाकर पैसे मांगती रही और दरोगा अपनी इज्जत बचाने के लिए देता रहा.

आखिरकार दरोगा पहुंचे कोर्ट

जब पानी सिर से ऊपर चला गया, तब दरोगा अर्जुन सिंह ने मामला सीजेएम कोर्ट में दर्ज कराया। कोर्ट ने सिविल लाइंस थाना पुलिस को जांच के आदेश दिए और पुलिस ने जांच शुरू की और अब मेरठ निवासी उस महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और थाना प्रभारी मनीष सक्सेना ने बताया कि दरोगा Facebook दोस्ती ठगी के इस मामले की जांच जारी है और जल्द आगे की कार्रवाई की जाएगी.

सोशल मीडिया से सीखने लायक सबक

यह मामला सिर्फ दरोगा Facebook दोस्ती ठगी की कहानी नहीं, बल्कि एक सबक है कि सोशल मीडिया पर हर रिश्ते पर आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जा सकता और आजकल फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से भावनात्मक रिश्ता जोड़ना और फिर पैसों की ठगी करना आम हो चुका है पर खासतौर पर सरकारी अफसरों और कर्मचारियों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ऐसे लोग उनके पद और इज्जत को हथियार बना लेते हैं.

छोटी सी लापरवाही

मुरादाबाद में हुई दरोगा दोस्ती ठगी यह दिखाती है कि एक छोटी सी लापरवाही कैसे जिंदगी को उलझा सकती है और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर दिखने वाली दोस्ती के पीछे कई बार लालच और चाल छिपी होती है और इसलिए ऑनलाइन दोस्ती करने से पहले हमेशा दो बार सोचें व दरोगा अर्जुन सिंह का यह मामला समाज के हर व्यक्ति के लिए चेतावनी है कि सोशल मीडिया पर सावधानी ही सुरक्षा है.

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