अजय राय नजरबंद, PM Modi के वाराणसी दौरे से पहले गरमा गई यूपी की 1 सियासत

By Shiv

Published on:

अजय राय

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय नजरबंद, पीएम मोदी के वाराणसी दौरे से पहले सियासी घमासान तेज. अजय राय बोले- वोट चोरों को बचा नहीं पाएगा.

वाराणसी में हुई चुनावी गर्मी

वाराणसी की गलियां वैसे तो हमेशा राजनीतिक चर्चाओं से गूंजती रहती हैं पर इस बार हालात कुछ अलग ही हैं क्योकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय नजरबंद कर दिए गए हैं और यह खबर फैलते ही काशी की सियासत में एक नया तूफान खड़ा हो गया है और अजय राय ने पुलिस की कार्रवाई पर तीखा हमला बोला और साफ कहा कि लोकतंत्र की आवाज को इस तरह दबाया नहीं जा सकता.

यह भी पढें – अगर चेहरा काला पड़ जाए तो क्या करना चाहिए? जाने Complete जानकारी 2025

राहुल गांधी के रायबरेली दौरे से शुरू हुआ सिलसिला

10 सितंबर को राहुल गांधी रायबरेली पहुंचे थे तो वहां केंद्रीय मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने उनका विरोध किया और कांग्रेसियों ने इसे अपमान माना और गुस्सा खुलकर सामने आया फिर इसके बाद अजय राय ने एलान किया कि पीएम मोदी जब वाराणसी आएंगे तो कांग्रेस भी विरोध दर्ज कराएगी और यही बयान आगे चलकर प्रशासन की चिंता का कारण बना.

होटल में दी पुलिस ने दस्तक

कहानी का सबसे नाटकीय हिस्सा उस समय सामने आया जब देर रात पुलिस अचानक उस होटल में पहुंची जहां पर अजय राय ठहरे हुए थे. और बताया जाता है कि वह उस समय सो रहे थे और पुलिस सीधे उनके कमरे में घुस गई और कह दिया कि बाहर जाना मना है और अजय राय ने इसका विरोध किया और कहा कि यह समय और तरीका दोनों गलत हैं क्योकी थोड़ी देर तक बहस चली पर आखिरकार पुलिस ने साफ कर दिया कि वह कहीं नहीं जा सकते हैं और अजय राय ने गुस्से में दरवाजा बंद कर लिया और बाहर किसी से मिलने से मना कर दिया.

सोशल मीडिया पर भड़का गुस्सा

सुबह होते ही अजय राय ने X (Twitter) पर पोस्ट किया था की पुलिस भेजकर हमें रोकना, कार्यकर्ताओं की आवाज दबाना, यह लड़ाई को रोक नहीं पाएगा क्योकी यह वोट चोरों को बचा नहीं पाएगा और कांग्रेस का हर कार्यकर्ता गली-गली, गांव-गांव से विरोध करेगा और आवाज देगा मोदी वोट चोरी बंद करो.
और उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया और हैशटैग अजय राय नजरबंद देखते ही देखते ट्रेंड में आ गया.

यह भी पढें – 1 दिन में पिंपल हटाने का घरेलू उपाय: Simple और असरदार तरीके 2025

वाराणसी दौरे का पूरा शेड्यूल

इधर प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी दौरा काफी खास है और वह मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात करेंगे फिर दोनों नेता होटल ताज में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और नमो घाट से क्रूज पर गंगा आरती देखी जाएगी और फिर बाबा विश्वनाथ मंदिर के दर्शन का कार्यक्रम तय है और अगले दिन पीएम अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करेंगे फिर योगी सरकार की ओर से खास डिनर का आयोजन भी रखा गया है.

सुरक्षा व्यवस्था हुई टाइट

मोदी के दौरे को लेकर वाराणसी और आसपास का इलाका पूरी तरह अलर्ट पर है और लखनऊ से वाराणसी तक हर टोल प्लाजा पर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और चेकिंग इतनी सख्त है कि आम लोग भी परेशान हो रहे हैं व प्रशासन का कहना है कि विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए कोई भी रिस्क नहीं लिया जा सकता है और इसी वजह से अजय राय नजरबंद करना जरूरी समझा गया.

कांग्रेस बनाम बीजेपी इस बार सीधी टक्कर

यूपी की राजनीति अब साफ तौर पर कांग्रेस और बीजेपी के आमने-सामने खड़े होने का इशारा कर रही है और कांग्रेस इसे लोकतंत्र पर हमला बता रही है तो वहीं बीजेपी इसे सुरक्षा का मामला कह रही है और लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और काशी मोदी का संसदीय क्षेत्र है तो ऐसे में यहां की हर हलचल का असर सीधा चुनावी समीकरणों पर पड़ेगा.

काशी की गलियों में है चर्चा

वाराणसी की गलियों व पान दुकानों और घाटों पर लोग इस मुद्दे पर खूब चर्चा कर रहे हैं कोई कह रहा है कि अजय राय नजरबंद होना कांग्रेस के लिए sympathy card बन सकता है तो कुछ लोग मानते हैं कि यह सिर्फ एक दिन की सुर्खी है पर एक बात तो तय है कि मोदी के काशी दौरे के बीच इस खबर ने लोगों का ध्यान खींचा है.

चुनावी हवा में नया मोड़

अजय राय नजरबंद होने से कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं को यह संदेश देने का मौका मिला है कि वह किसी भी कीमत पर डरने वाले नहीं हैं. दूसरी तरफ बीजेपी और प्रशासन चाहते हैं कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम बिना किसी रुकावट के पूरा हो और यही वजह है कि सख्ती दिखाई जा रही है.

यह घटनाक्रम

अब देखने वाली बात होगी कि यह घटनाक्रम आने वाले चुनावी माहौल को कितना प्रभावित करता है और क्या कांग्रेस इस मुद्दे को बड़ा बनाकर लोगों तक पहुंचा पाएगी या फिर ये मामला कुछ दिनों में ठंडा पड़ जाएगा? और बीजेपी फिलहाल यही चाहती है कि मोदी का दौरा शांतिपूर्ण रहे और जनता के बीच सकारात्मक संदेश जाए.

कुल मिलाकर वाराणसी की सियासत में इस वक्त हलचल साफ दिख रही है जहाँ एक तरफ प्रधानमंत्री का हाई-प्रोफाइल दौरा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस का विरोध और अजय राय नजरबंद होना और यह सब मिलकर चुनावी हवा को और तेज कर रहे हैं की आने वाले दिनों में यह लड़ाई किस दिशा में जाएगी और यह देखना दिलचस्प होगा.

Leave a Comment