31 जुलाई 2025 को दिल्ली एक बार फिर छात्रों की आवाज से गूंज उठी. SSC (Staff Selection Commission) की Phase 13 परीक्षा में हुई गड़बड़ियों और बार-बार पेपर रद्द होने और अचानक परीक्षा स्थगन से नाराज छात्र-छात्राएं देशभर से दिल्ली पहुंचे और साथ में कई नामी Teachers भी थे जो उनके साथ खड़े दिखे.
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क्या हुआ दिल्ली में?
सुबह से ही Delhi Chalo मार्च की शुरुआत हो चुकी थी और अभ्यर्थी SSC मुख्यालय (लोधी रोड) और जंतर-मंतर की ओर बढ़े और शांतिपूर्वक बैठे इन छात्रों की सिर्फ एक ही मांग थी वो निष्पक्ष परीक्षा और जवाबदेही पर पुलिस ने Parliament सत्र का हवाला देकर उन्हें रोक दिया और कई जगहों पर हल्का लाठीचार्ज हुआ जिसमें कई दिग्गज टीचरों पर बेहरहमी से खदेडा गया व उनको घसीटा गया लाठीचार्ज किया गया.
किन बातों को लेकर नाराज हैं छात्र?
- Exam Server बार-बार डाउन हुआ और जिससे कई जगह paper शुरू ही नहीं हो पाया
- गलत exam center allotment से सैकड़ों छात्रों को भारी नुकसान हुआ
- Eduquity नाम की नई exam agency से जुड़ी कई खामियां सामने आईं
- कई छात्रों को बिना किसी सूचना के exam रद्द होने की जानकारी मिली
- कुछ center पर candidates को अंदर बंद कर दिया गया और विरोध करने पर staff ने बदसलूकी की
Teachers भी उतरे सड़क पर
इस प्रदर्शन में कई बड़े online educators शामिल हुए. Rakesh Yadav और Neetu Singh व Rakesh Sir, Aditya Ranjan sir, Neetu mam, Ahinay sir,Ankit bhati sir, Prasant sir,Ganan Sir जैसे टीचर्स पुलिस हिरासत में लिए गए और यह लोग बस इतना चाहते थे कि छात्रों की आवाज सही तरीके से सरकार तक पहुंचे पर इनकी आवाज को लाठी के जोर पर दवाने की कोशीश की गई
प्रदर्शनकारी क्या चाहते हैं?
प्रदर्शनकारियों की सीधी मांग है कि SSC exam घोटाले की CBI या अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए और परीक्षा की transparency और management में सुधार किया जाए और साथ ही Eduquity को हटाकर पुराने और भरोसेमंद vendor को वापस लाया जाए.
पुलिस और सरकार का रवैया
पुलिस ने Parliament session का हवाला देकर आंदोलनकारियों को SSC दफ्तर और DoPT के बाहर प्रदर्शन करने से रोका और कई जगहों पर धक्का-मुक्की और गिरफ्तारियां हुईं साथ ही प्रदर्शन के कई वीडियो social media पर वायरल हुए हैं जिसमें छात्र-छात्राओं व टीचरों को घसीटा जा रहा है. और सरकार की तरफ से अब तक कोई official statement नहीं आया है और यही वजह है कि छात्रों का गुस्सा और Teachers की चिंता लगातार बढ़ रही है.