अगर आप भी हैं बवासीर से परेशान तो अपनाएं ये 7 देसी उपाय, 100% आराम

By Shiv

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बवासीर

अगर आप या आपके घर में कोई बवासीर (Piles) से परेशान है तो यह खबर आपको राहत दे सकती है और सरकारी अस्पतालों में आने वाले हर 10 में से 3 मरीज बवासीर की शिकायत लेकर पहुंचते हैं और बैठने में तकलीफ, खून आना और लगातार जलन जैसी तकलीफों से लोग महीनों परेशान रहते हैं पर इलाज की बजाय केवल दर्द सहते रहते हैं. पर अब डॉक्टर्स और वैद्य दोनों ही मानते हैं कि अगर शुरुआती बवासीर हो तो यहाँ कुछ घरेलू देसी उपाय ऐसे हैं जो इलाज का रास्ता बन सकते हैं.

1. अंजीर वाला इलाज – पेट भी साफ और मस्से भी सूखें

आगरा के आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि भिगोए हुए अंजीर बवासीर के मरीजों के लिए रामबाण माने जाते हैं और रात को 3 अंजीर पानी में डालिए और सुबह खाली पेट खा जाइए फिर आपका पेट साफ रहेगा और मस्सों में खिंचाव नहीं होगा.

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2. गर्म पानी में बैठिए सूजन खुद शांत होगी

हर सरकारी डिस्पेंसरी अब सलाह देती है कि बवासीर के मरीज दिन में दो बार सादे गर्म पानी में बैठें और 10 से 15 मिनट बैठने से मस्सों में जो सूजन और जलन होती है और उसमें काफी राहत मिलती है.

3. त्रिफला चूर्ण – हर घर की रामबाण दवा

रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें और ये पेट साफ करने के साथ-साथ बवासीर की जड़ में असर करता है यहाँ तक की डॉक्टरों का कहना है की अगर कब्ज नहीं होगी तो बवासीर अपने आप कमजोर पड़ेगी.

4. कपूर और नारियल तेल डालते हैं मस्सों पर सीधा असर

गांव में कई लोग आज भी कपूर और नारियल तेल को मिलाकर मस्सों पर लगाते हैं और इससे खुजली और जलन में तुरंत राहत मिलती है और
ये तरीका खासतौर पर खूनी बवासीर में कारगर माना जाता है.

5. काले तिल और गुड़ का देसी नुस्खा

एक चम्मच काले तिल और थोड़ा गुड़ रोज सुबह खाने से बवासीर की जड़ें कमजोर होती हैं और आयुर्वेद में इसे रक्तशुद्धि के लिए जरूरी बताया गया है.

6. पपीता और मौसमी – फ्रूट से मिलेगा आराम

आगरा के SN मेडिकल कॉलेज के डॉ. कहते हैं कि रोजाना एक कटोरी पपीता खाने से मल मुलायम होता है और मौसमी जैसे फल भी फाइबर में भरपूर होते हैं और जो बवासीर में मददगार होता है.

7. छाछ में अजवाइन डालकर पिएं, गैस से भी छुटकारा

खाने के बाद छाछ में आधा चम्मच अजवाइन और चुटकीभर काला नमक डालकर पिएं और ये पेट की गर्मी को शांत करता है जो मस्सों की जलन की एक बड़ी वजह होती है.

स्टेरॉइड दवा से सीधे बचें और झोलाछापों से दूर रहें

शहर और देहात में कई झोलाछाप डॉक्टर बवासीर की एलोपैथिक दवा में स्टेरॉइड दे देते हैं और इससे तुरंत आराम तो मिलता है पर बाद में मस्से और दर्द और ज्यादा बढ़ जाते हैं इसलिए CMO ऑफिस ने भी आगाह किया है कि बिना रजिस्टर्ड डॉक्टर से इलाज न कराएं.

कब डॉक्टर के पास जाना जरूरी है?

  • अगर मस्सों से लगातार खून आ रहा है
  • बहुत तेज दर्द है
  • चलना या बैठना मुश्किल हो गया है
  • देसी इलाज असर नहीं कर रहा है तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और बवासीर को नजरअंदाज करना कैंसर तक की वजह बन सकता है.

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