अहमदाबाद में उतरे भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है क्योकि एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान के क्रैश में 279 लोगों की जान चली गई और अब इस हादसे की जांच अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) कर रही है क्योकि जांच एजेंसी के अनुभवी विशेषज्ञ ग्रेग फीथ ने इस दुर्घटना से जुड़े वीडियो फुटेज की गहन जांच के बाद कई गंभीर और चौंकाने वाले बिंदु सामने रखे हैं.
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टेकऑफ के दौरान क्या सही फ्लैप सेटिंग थी
ग्रेग ने बताया कि टेकऑफ के लिए विमान को जब फॉर्स और धीमी गति के कारण अतिरिक्त लिफ्ट की जरूरत होती है और यह “ट्रेलिंग-एज फ्लैप्स” से सम्भव होता है यदि फ्लैप की सेटिंग ठीक नहीं थी तो पंख पर्याप्त लिफ्ट नहीं दे पाते और इससे विमान उठने की जगह गिर सकता है वीडियो में स्पष्ट है कि फ्लैप न्यूनतम या ऊपर की स्थिति में दिखते हैं जो टेकऑफ के लिए सामान्य नहीं होता
लैंडिंग गियर 600 फीट पर क्यों नहीं हुआ बंद
जांच में यह भी पाया गया कि विमान के लैंडिंग गियर 600 फीट ऊंचाई पर भी खुले हुए थे और यह एक बड़ी तकनीकी अनियमितता मानी जा रही है और ग्रेग ने सवाल उठाया कि क्या ये हाइड्रोलिक या इलेक्ट्रिकल फेलियर का संकेत है सामान्यतः, लैंडिंग गियर हाइड्रोलिक और फ्लैप इलेक्ट्रिकल सिस्टम से संचालित होते हैं.
पिच एटीट्यूड सही होने पर भी विमान नीचे क्यों गिरा
वीडियो से यह इशारा मिलता है कि विमान का नोज ऊपर की ओर था अर्थात पिच एटीट्यूड उड़ान भरने लायक इसके बावजूद विमान जमीन की ओर झुक गया और जिससे शक होता है कि इंजन पूरी ताकत नहीं दे रहे थे.
क्या हाई टेम्परेचर और थ्रस्ट सेटिंग बनी हादसे की वजह
ग्रेग ने यह भी संभावना बताई है कि हादसा घटित होने वाले दिन की गर्म तापमान ने इंजन पर बुरा प्रभाव डाल सकता था अगर पायलट वायुमंडल की गर्मी के अनुसार थ्रस्ट सेटिंग नहीं बदला तो वह विमान आवश्यक पावर नहीं बना पाया होगा. और
इसको एक संभावित “ईंधन कमी या इंजन फ्लेमआउट” के साथ जोड़कर देखा जा रहा है.
पायलट ने किया था पूरा प्रयास
According to ग्रेग पायलट्स कोशिश कर रहे थे कि एटीट्यूड बनाए रखा जाए और पिच विमान को ग्लाइडिंग कराएं लेकिन थ्रस्ट की कमी के कारण विमान नीचे गिर गया और फ्लैप ठीक से काम न करना और ईंधन की गड़बड़ी भी यह दुर्घटना की मुख्य वजह हो सकती है.