राजस्थान के भरतपुर रेंज की साइबर सेल टीम ने एक ऐसे साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है जिसने अपने बचपन के दोस्तों के साथ मिलकर चार महीने में करीब 400 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी करके एक बडे अपराध को अंजाम दिया जिसने आसपास को लोगों को चौंका कर रख दिया

जिस व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है वह आरोपी देवेंद्रपाल सिंह (37 वर्ष) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले का मूल निवासी है जो फिलहाल पंजाब के मोहाली में रह रहा था उसकी दोस्ती गैंग के मास्टरमाइंड शशिकांत सिंह से बचपन से है दोनों ने एक साथ स्कूल और फिर MBA की पढ़ाई की खत्म की थी और अब यही जोड़ी देश की सबसे बड़ी साइबर ठगी में शामिल पाई गई है।
Tri-Pay कंपनी के नाम पर चला रहे थे हाईटेक ठगी का व्यापार
IG राहुल प्रकाश के अनुसार शशिकांत और रोहित दुबे नाम के दो प्रमुख आरोपियों ने साथ मिलकर एक कंपनी एबुडेंस पेमेंट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को बनाया जिसे ट्राई-पे नाम से लोग जानते थे पर कंपनी बेंगलुरु में रजिस्टर्ड थी और पेमेंट गेटवे और मर्चेंट के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करती थी।
सिर्फ 0.20% कमीशन पर काम करने वाली इस कंपनी के जरिए आरोपियों ने बड़े पैमाने पर कई अवैध ट्रांजैक्शन किए ।
गरीब लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनके नाम पर खोलते थे फर्जी कंपनियां
आरोपियों से पूछताछ करने पर ऐसे राज सामने आए है कि ये लोग शशिकांत और रोहित केवल उन्ही लोगों को टारगेट करते थे जो आर्थिक रूप से कमजोर थे और ऐसे लोगों को पैसा देने का लालच देकर उनके नाम पर स्किल गेमिंग और ई-कॉमर्स के नाम से फर्जी कंपनियां रजिस्टर करवाई जाती थीं । इन कंपनियों में डमी डायरेक्टर्स बनाए जाते थे जो असल में किरदार मात्र होते इनके और मुख्य सरगना के बीच एक रेसलर नाम का बिचौलिया भी काम किया करता था जो कागजात बनवाने से लेकर पेमेंट सेटअप तक का सारा काम संभालता था ।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपी देवेंद्रपाल को पंजाब के मोहाली से गिरफ्तार किया और सक्ती से पूछताछ करने पर उसने अपने जुर्म कबूल कर लिए और कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए गिरफ्तारी टीम में थाना गोपालगढ़ के मनीष शर्मा और एएसआई दिनेश कुमार और हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिंह भी शामिल थे।
1930 नम्बर पर एक ही बैंक अकाउंट के खिलाफ 4000 से ज्यादा शिकायतें थी दर्ज
इस मामले की शुरुआत 6 मार्च 2025 को धौलपुर साइबर थाने में हुई जब एक पीड़ित हरीसिंह ने 1930 हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत करी कि उसके पैसे फिनो पेमेंट बैंक के खाते में फ्रॉड के जरिए ट्रांसफर हुए हैं और जांच के दौरान कुछ ऐसा आया सामने आया कि उसी बैंक अकाउंट के खिलाफ 3000 से अधिक शिकायतें पहले से दर्ज पाई गई जो अब बढ़कर 4000 से ज्यादा हो गई थी
वह इस गंभीर मामले में पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज की और गैंग के एक महत्वपूर्ण सदस्य को धर दबोच लिया आगे की पूछताछ में अधिकारियों के हाथ कई बड़े नाम खुलने की आंशका है और किसी बडे नेटवर्क के पकड में आने की संभावना है।