📰 बिजनौर में मासूम की खुदकुशी: स्कूल न जाने पर पिता की डांट से टूटी ज़िंदगी
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उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक 11 वर्षीय बच्चे ने महज़ डांट से आहत होकर आत्महत्या कर ली। यह घटना न केवल पारिवारिक संवाद की गंभीरता को दर्शाती है बल्कि बच्चों की मानसिक स्थिति को लेकर समाज को सोचने पर मजबूर भी करती है।
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📍 क्या है पूरा मामला?
बिजनौर के किरतपुर थाना क्षेत्र के मोहल्ला मिल्कियन में बुधवार को यह हादसा हुआ। पुलिस के अनुसार, शादान नामक लड़का कई दिनों से स्कूल नहीं जा रहा था। पिता निसार ने जब इस पर नाराज़गी जताई और डांटा, तो वह घर से चुपचाप निकल गया।
👣 गायब और फिर…
जब काफी देर तक शादान घर नहीं लौटा, तो परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की। शाम होते-होते, मोहल्ले के ही एक खाली प्लॉट में, दीवार की कुंडी से लटकता हुआ उसका शव मिला।
🧑⚖️ पुलिस का बयान
किरतपुर थानाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने जानकारी दी कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और मामले की जांच जारी है। हालांकि फिलहाल प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है।
🧠 सवाल जो सोचने पर मजबूर करें…
- क्या आज के बच्चे मानसिक रूप से इतने कमज़ोर हो चुके हैं?
- क्या अभिभावक बच्चों पर शिक्षा का दबाव सही तरीके से डाल पा रहे हैं?
- क्या हमें संवाद का तरीका बदलने की ज़रूरत है?
इस घटना ने समाज को एक कड़ा सबक दिया है। एक डांट, एक क्षणिक ग़ुस्सा, और एक ज़िंदगी हमेशा के लिए ख़ामोश हो गई। ज़रूरत है बच्चों को समझने की, उन पर विश्वास करने की और उनसे संवाद बनाने की — ताकि कल कोई और शादान यूँ चुपचाप इस दुनिया को अलविदा न कहे।
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