काशी में दरिंदगी: PM मोदी ने मांगी रिपोर्ट, बोले – ‘दोषियों को मिले सख्त सज़ा’
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वाराणसी, 11 अप्रैल 2025 — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, तो एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्हें एक भयानक अपराध की जानकारी दी गई — एक 19 वर्षीय छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की घटना। अफसरों से मिलते ही पीएम मोदी ने सख्त निर्देश जारी किए कि दोषियों को बख्शा न जाए और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी बयान में बताया गया कि वाराणसी के पुलिस कमिश्नर, डिविजनल कमिश्नर और ज़िलाधिकारी ने प्रधानमंत्री को पूरी घटना की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि “दोषियों पर सबसे सख्त कार्रवाई की जाए।”
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क्या है पूरा मामला?
यह दिल दहला देने वाली घटना 29 मार्च से शुरू हुई, जब छात्रा अपने दोस्त से मिलने के लिए घर से निकली थी। उसके बाद 3-4 दिन तक उसका कुछ पता नहीं चला। परेशान परिवार ने 3 अप्रैल को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। अगले दिन यानी 4 अप्रैल को युवती बरामद हुई। वह बेहद बुरी हालत में थी। इलाज के बाद जब वह सामान्य हुई, तो उसने अपने साथ हुई दरिंदगी का खुलासा किया।
पीड़िता के पिता के अनुसार, उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाया गया और लगातार 7 दिनों तक 23 लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने उसे नशा देकर अपनी हवस का शिकार बनाया। पीड़िता के पिता ने कहा, “मेरी बेटी कॉमर्स पढ़ रही थी और स्पोर्ट्स में करियर बनाना चाहती थी। मैं किसी आरोपी को नहीं जानता।”
अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। वकील आलोक सौरभ ने बताया कि 23 में से 11 आरोपी अभी अज्ञात हैं।
पीड़िता के पिता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई और कहा, “मैं चाहता हूं कि सज़ा ऐसी हो कि कोई दोबारा ऐसी हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।”
इस घटना ने न सिर्फ वाराणसी बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। प्रधानमंत्री द्वारा तत्काल संज्ञान लेना और सख्त कार्रवाई के आदेश देना दिखाता है कि शासन स्तर पर गंभीरता बरती जा रही है। अब देखना यह होगा कि क्या देश की न्याय व्यवस्था इस घटना में पीड़िता को सच्चा न्याय दिला पाएगी या नहीं।