ममता मशीनरी का आईपीओ (Mamata Machinery IPO) आज, सोमवार, 23 दिसंबर को निवेशकों के लिए बंद हो गया। यह इश्यू 19 दिसंबर को शुरू हुआ था और कुल ₹179.39 करोड़ का था। इसे तीन दिनों में करीब 195 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जो इसे निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय बनाता है।
जीएमपी (GMP) और सब्सक्रिप्शन विवरण: इस आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 260 रुपये तक पहुंच गया है, जो इस इश्यू का उच्चतम स्तर है। यह मूल्य इसके कैप प्राइस की तुलना में 10.7% अधिक है। पहले दिन यह GMP 260 रुपये पर था, जो कुछ समय के लिए 250 रुपये तक गिरा, लेकिन बाद में फिर उछाल के साथ 260 रुपये पर स्थिर हो गया।
सब्सक्रिप्शन आँकड़े: इश्यू के आखिरी दिन दोपहर 1 बजे तक इसे 86.21 गुना सब्सक्राइब किया गया था। अलग-अलग श्रेणियों में सब्सक्रिप्शन का विवरण इस प्रकार है:
- रिटेल निवेशक श्रेणी: 103.09 गुना
- एनआईआई (NII) श्रेणी: 161.83 गुना
- क्यूआईबी (QIB) श्रेणी: 20.64 गुना
शुरुआती दो दिनों में यह इश्यू 38.86 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें रिटेल निवेशकों की भागीदारी 52.96 गुना, एनआईआई की 50.88 गुना और क्यूआईबी की 4.74 गुना दर्ज की गई थी।
मूल्यांकन और निवेश के लिए सुझाव: इस इश्यू के लिए कंपनी ने प्रति शेयर 230-243 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। निवेशक 61 शेयरों के एक लॉट और उसके गुणकों में आवेदन कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह इश्यू उचित मूल्य पर उपलब्ध है और निवेशकों को इसे सब्सक्राइब करने की सलाह दी गई है।
अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का मूल्यांकन 16.6x पी/ई पर किया गया है। इसके अनुसार, कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹599 करोड़ है और वित्त वर्ष 2024 के आधार पर नेटवर्थ पर रिटर्न 27.4% है।
कंपनी का परिचय: ममता मशीनरी प्लास्टिक बैग और पाउच बनाने वाली मशीनों, पैकेजिंग मशीनों और एक्सट्रूज़न उपकरणों के निर्माण में अग्रणी है। यह पैकेजिंग उद्योग के लिए एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करती है।
इसके उत्पाद खाद्य और एफएमसीजी जैसे विभिन्न उद्योगों में पैकेजिंग अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाते हैं। वित्त वर्ष 2024 में, कंपनी का राजस्व ₹201 करोड़ से बढ़कर ₹237 करोड़ हो गया, जबकि कर पश्चात लाभ ₹36.1 करोड़ तक पहुंच गया।
विशेषज्ञों की राय: आनंद राठी और अन्य विशेषज्ञों ने इसे सब्सक्राइब करने की सिफारिश की है। उनका मानना है कि यह इश्यू अपने साथियों की तुलना में उचित मूल्य पर उपलब्ध है। हालांकि, निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम क्षमता के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।