आगरा के ताजगंज क्षेत्र में इलाज के दौरान 29 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत के मामले ने गंभीर रूप ले लिया है। देवरी रोड स्थित श्री गंगा हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुई इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
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क्या है मामला?
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नकला कली के रहने वाले अजय की पत्नी पूजा, जो गर्भवती थीं, श्री गंगा हॉस्पिटल में डॉ. शालिनी अस्थाना से इलाज करवा रही थीं। आरोप है कि 23 जनवरी को जब पूजा को अस्पताल लाया गया, तो परिजनों द्वारा भर्ती करने का अनुरोध करने के बावजूद, उसे सिर्फ इंजेक्शन देकर घर भेज दिया गया। सोमवार सुबह जब पूजा की तबीयत बिगड़ गई, तो उसे फिर से अस्पताल लाया गया। लेकिन वहां डॉक्टर उपलब्ध नहीं थीं, और भर्ती करने से मना कर दिया गया। इसके बाद उसे अन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां भी उसे भर्ती नहीं किया गया। अंत में एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़
पूजा की मौत के बाद परिजन और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच गए। गुस्साए लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। इस दौरान अस्पताल में कोई डॉक्टर या कर्मचारी मौजूद नहीं था। सात मरीज जो अस्पताल में भर्ती थे, उन्हें अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया।
एफआईआर दर्ज और आगे की कार्रवाई
ताजगंज थाना प्रभारी के अनुसार, इस मामले में डॉ. शालिनी अस्थाना, डॉ. हरेश लवानियां और अस्पताल संचालक विनोद के खिलाफ इलाज में लापरवाही के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि पैनल के माध्यम से पोस्टमार्टम कराया जाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
घटना से उपजा आक्रोश
इस घटना ने क्षेत्र में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। लोग स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और लापरवाह चिकित्सकों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।
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